आदमपुर (अग्रवाल)
हरियाणा सरकार के नए नियमों का विरोध में हड़ताल पर गए आढ़तियों ने दोपहर 12 बजते ही अपनी—अपनी दुकानों के आगे खड़े होकर 5 मिनट तक पीपों को पीटकर अपना रोष व्यक्त किया। मोदी तरीके को हरियाणा की भाजपा सरकार के खिलाफ ही प्रयोग करते हुए व्यापारियों ने जमकर ‘वंदे मातरम् और भारत माता की जय’ के नारें भी लगाए।
टूट गए नियम
इस दौरान उत्साह के चलते व्यापारी लॉकडाउन के नियमों को भूलकर एकत्रित भी हो गए। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने को भूल गए। चौकान्ने वाली बात तो यह रही इस दौरान पुलिस की गाड़ी भी इनके बीच से गुजरी, लेकिन पुलिस लॉकडाउन की पालना करवाना ही भूल गई। पीपल के पेड़ नीचे एकत्रित व्यापारियों ने सरकार से हठ छोड़कर व्यापार को आरंभ करने की छूट मांगी। बाद में जब व्यापारियों का जोश कुछ कम हुआ तो उन्हें अपनी गलती का स्वयं ही अहसास हुआ और सभी गमछे से मुहं को ढका और दूर—दूर जाकर खड़े हुए।
क्यों नाराज है आढ़ती
सरकार द्वारा गेहूं की खरीद को लेकर नई प्रणाली अपनाई जा रही है उससे आढ़ती खफा है। इस प्रणाली से कोई भी आढ़ती सहमत नहीं हैं। सभी आढ़ती चाहते हैं कि पुराने तरीके से ही खरीद होनी चाहिए। लेकिन सरकार ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ के तहत गेंहू की खरीद कराना चाहती है। आढ़तियों का कहना है कि इससे किसानों और आढ़ती दोनों को नुकसान है। सरकार कि इस प्रणाली से 10 से 20 किले का जमीदार एक बार में फसल को नहीं बेच सकता। ऐसे में वह खेत का काम कैसे संभालेगा। हम सब छोटी मंडी के आढ़ती बिल्कुल भी सहमत नहीं हैं।