फतेहाबाद

थर्मल स्कैनर से कोरोना की जांच करने के लिए बनाए गए स्टैंड और स्टिक का हुआ सफल परीक्षण

फतेहाबाद,
जिला में थर्मल स्कैनर द्वारा कोरोना की जांच करने के लिए बनाए गए स्टैंड और स्टिक का परीक्षण हुआ जो की बहुत ही कारगर रहा। जैसा की आप जानते है की पुरे संसार में कोरोना की जाँच थर्मल स्कैनर द्वारा की जा रही है परन्तु जांच करने क दौरान डॉक्टर या फिर थर्मल स्कैनर को पकडऩे वाले व्यक्ति का हाथ जांच करवाने वाले व्यक्ति के मुंह के सब से नजदीक होता है। यदि किसी व्यक्ति को संक्रमण होता है भी है तो थर्मल स्कैनर को पकडऩे वाले व्यक्ति के हाथ के माध्यम से संक्रमण फैल सकता है, इसके लिए यह जरूरी है की जांच करने वाला व्यक्ति संक्रमण वाले व्यक्ति के नजदीक न जाए और किसी तरह कम से कम 5 या 6 फुट की दूरी से स्कैनिंग करें, परन्तु थर्मल स्कैनर को सिर्फ हाथ में पकड़ कर ही जांच की जा सकती है।
पिछले कुछ दिनों से राज्य सरकार व जिला प्रशासन इस समस्या का समाधान खोज रहा है, इस संबंध में हरियाणा के मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वरिष्ठ अधिकारियों व उपायुक्तों को भी निर्देश दिए थे कि वे थर्मल स्कैनर की स्टिक व स्टैंड आदि की उचित व्यवस्था करवाएं ताकि सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखकर थर्मल स्कैनिंग की जा सके। जिला में नोडल अधिकारी एवं पर्यटन विभाग के महानिदेशक राजीव रंजन के आदेशों की पालना में उद्योग विभाग के जीएम ज्ञानचंद लांग्यान ने प्रयास शुरू किए और इस कार्य में उनके साथ सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग ने भी सहयोग किया जो सार्थक सिद्ध हुआ। जीएम जेसी लांग्यान के माध्यम से सतीश कॉलोनी में गली नंबर 3 के रहने वाले युवक राकेश कुमार ने थर्मल स्कैनर द्वारा कोरोना की जाँच करने के लिए एक स्टैंड और स्टिक को मात्र 2 दिन में कम खर्चे में ही तैयार कर दिया और फतेहाबाद के लघु सचिवालय में हरियाणा पर्यटन विभाग के महानिदेशक एवं नोडल ऑफिसर राजीव रंजन, उपायुक्त रवि प्रकाश गुप्ता, पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार, सिटी मैजिस्टे, एसडीएम और सीएमओ सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष ट्रायल किया गया जो की सफल रहा। अब जिला प्रशासन ऐसी काफी संख्या में स्टिक और स्टैंड बनवाकर कोरोना की जांच करने वाले कर्मियों को देगा जिससे की जाँच करने वाले कर्मी भी एक निश्चित दूरी से जांच कर सकें और अपने आप को कोरोना प्रभावित व्यक्ति से दूर रह कर आसानी से थर्मल स्कैनिंग कर सकेंगे।
थर्मल स्कैनर द्वारा कोरोना जैसी महामारी की जांच करने के लिए स्टैंड और स्टिक बहुत ही जरूरी है, क्योंकि अन्य बीमारियों में तो थर्मल स्कैनिंग नजदीक से भी की जा सकती है परंतु कोविड-19 के संक्रमण बचाव के लिए स्टैंड और स्टिक के प्रयोग से कोरोना से प्रभावित व्यक्ति थर्मल स्कैनिंग आसानी से की जा सकेगी वहीं जांच करने वाला व्यक्ति भी सुरक्षित रहेगा। कोविड-19 जैसे वायरस से बचने के लिए स्वच्छता, मास्क का प्रयोग बहुत ही जरूरी है। इसी प्रकार सोशल डिस्टेंस भी बहुत जरूरी है। छड़ी व स्टैंड के साथ थर्मल स्कैनर का प्रयोग करने से सोशल डिस्टेंस को बनाए रखा जाएगा। इस तकनीक का जिला में प्रयोग किए गए सफल परीक्षण का फायदा प्रदेश के अन्य जिलों के साथ-साथ पूरी दूनिया के देशों में कोरोना जैसी महामारी से बचाव से लिए अपनाया जा सकेगा।
सतीश कॉलोनी में गली नंबर 3 के रहने वाले युवक राकेश कुमार ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत मार्च 2020 में 10 लाख का बैंक के माध्यम से लेजर कटिंग मशीन का लोन लेकर अपना कार्य शुरू किया हुआ है तथा इसके साथ-साथ रोबोटिक्स क्षेत्र के कार्य में विशेष रूचि रखते है और ए-टू-आईटी मोहाली से रोबोटिक्स में डिप्लोमा भी किया है, जिसके तहत उन्होंने थर्मल स्कैनर द्वारा कोरोना की जांच करने के लिए एक स्टिक जिसकी लंबाई 5 फुट है, वहीं एक स्टैंड तैयार किया है जिसकी ऊंचाई साढ़े 5 फुट की है। इस स्टेंड से 10 फुट से भी अधिक की दूरी से उसे ऑपरेट किया जा सकता है। स्टिक व स्टैंड राकेश कुमार ने मात्र 2 दिन में बहुत ही कम खर्च में तैयार किया है।

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