आदमपुर (अग्रवाल)
लॉकडाऊन में मनरेगा में काम शुरू हो चुका है। सरकार ने ऐसे संकट के समय में ग्रामीण भारत के मजदूरों को 24 अप्रैल से मनरेगा में काम देने की मंजूरी देकर इनकी जिंदगी पटरी पर लाने की कोशिश की है, मगर करीब 1 माह बाद भी बड़ी संख्या में मजदूर काम मिलने की आस लगाए बैठे हैं। कुछ जगह गांवों में काम चल रहा है, मगर कुछ जगह अभी भी काम शुरू नहीं हुआ है।
आदमपुर खंड विकास एवं पंचायत विभाग के तहत अनेक गांवों में रजवाहे की साफ-सफाई का काम किया जा रहा है। गांव मोडाखेड़ा व चौधरीवाली में मनरेगा श्रमिकों द्वारा सोशल डिस्टैंस के साथ रजवाहे को साफ किया जा रहा है ताकि किसानों को अंतिम छोर तक सिंचाई का पानी उपलब्ध हो सकेे। इसके अलावा बरसात के सीजन से पहले गांव सीसवाल व आदमपुर की डे्रनों की भी साफ-सफाई का कार्य किया गया। जिससे उनकी पानी वहन करने की छमता में बढ़ोत्तरी हो सके।
आदमपुर खंड कार्यालय के ए.बी.पी.ओ. राकेश कुमार ने बताया कि ड्रेनों की सफाई करने का उद्देश्य यह है कि ड्रेनों की पानी वहन करने की छमता बढ़े ताकि बाढ़ की स्थिति उत्पन्न ना हो। आदमपुर के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी संदीप भारद्वाज ने बताया कि हिदायत दी गई है वे मजदूरों से कार्य करवाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखे की मनरेगा श्रमिकों द्वारा सोशल डिस्टैंस का पालन किया जाए तथा मास्क या गमछा अवश्य पहने हुए हो। ऐसा करने से कोरोना संक्रमण के फैलाव से बचाव किया जा सकेगा।
सिंचाई विभाग के एस.डी.ओ. धर्मवीर सिंह ने बताया कि नहरों या रजवाहे पर महिलाओं को भी मास्क पहनना अनिवार्य है। इस दौरान सोशल डिस्टैंसिंग का कड़ाई से पालन करना जरुरी है। उन्होंने बताया कि सभी जगह सैनिटाइजर व साबुन की भी उचित व्यवस्था की गई है।