फतेहाबाद

आगामी समय में आयुष विभाग करेगा नए आयाम स्थापित : डीसी

फतेहाबाद,
जिला में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए इम्यूनिटी बूस्ट करने व आयुर्वेदिक उपाय अपनाने बारे लोगों को जागरूक करने के लिए उपायुक्त डॉ नरहरि सिंह बांगड़ ने शुक्रवार को लघु सचिवालय प्रांगण से जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वाहन जिला में आगामी 3 जून तक शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ गांव-गांव, गली-गली में लोगों को आयुर्वेद व हौम्योपैथिक की पद्धति अपनाने बारे जागरूक करेगा ताकि नागरिक होने वाली विभिन्न बीमारियों व कोरोना जैसी महामारी से बचाव कर सके।
इस अवसर पर उपायुक्त डॉ नरहरि सिंह बांगड़ ने जिला में आयुष विभाग द्वारा किए जा रहे कोविड-19 के संक्रमण प्रबंधों की भी समीक्षा की और उपस्थित आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में आयुष विभाग नए आयाम स्थापित करेगा। इसके लिए विभाग के अधिकारियों को स्वयं भी आयुर्वेद की उपयोगिता समझनी होगी और अपने जीवन में अपनाकर उदाहरण प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने रोगों की उत्पति का मन व आत्मा से गहरा संबंध होने की बात कही तथा लोगों को आचार रसायन के बारे में जागरूक करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पेड़ पौधों की उपयोगिता बढऩे वाली है, इसलिए हम सभी को औषधीय पेड़ पौधें लगाने और आदरपूर्वक उनसे औषधि ग्रहण करने के तरीके अपनाने होंगे।
उपायुक्त ने आयुष विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि वे प्राचीन पद्धतियों व आयुर्वेद, हौम्योपैथिक तथा योग के बारे में होने वाले फायदों के बारे में ज्यादा से ज्यादा जनता को जागरूक करें ताकि नागरिक स्वस्थ रहे। उन्होंने आयुष विभाग के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभिन्न बीमारियों से पीडि़त व्यक्तियों का ईलाज सरकार की हिदायतोंनुसार बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिला का हर नागरिक स्वस्थ रहे इसके लिए अथक प्रयास करें।
उपायुक्त ने बताया कि आयुष विभाग के अंतर्गत कार्य कर रहे चिकित्सक, डिस्पैंसर को मास्टर ट्रेनर के माध्यम से व ऑनलाइन ट्रेनिंग के माध्यम से कोविड-19 संबंधी सभी जरूरी जानकारी दी जा रही है ताकि विशेष परिस्थितियों में सभी अपना सहयोग दे सकें। नैशनल हैल्थ मिशन के अन्र्तगत कार्यरत आयुर्वेदिक व हौम्योपैथिक चिकित्सक सिविल सर्जन द्वारा गठित टीमों में फ्रंटलाईन वर्कर के तौर पर कोविड-19 से लड़ाई में जुटे हुए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे राजकीय आयुष संस्थानों में कोविड-19 को देखते हुए प्रतिदिन ओपीडी देखी जा रही है।
इस मौके पर जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ धर्मपाल पूनियां ने उपायुक्त व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों का स्वागत करते हुए बताया कि जिला प्रशासन के आदेशों की पालना में जिला में सूचना एवं जनसपंर्क विभाग की टीम व विभागीय टीम के माध्यम से आज से जागरूकता अभियान आरंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि आयुष चिकित्सकों के नाम व मोबाइल नंबर भी दर्ज किए जा रहे है जिससे आमजन घर पर बैठे आयुष विभाग के वरिष्ठ चिकित्सकों से कोरोना सहित अन्य रोगों के बारे में परामर्श ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिले के गांव-गांव, गली-गली में इम्यूनिटी बूस्ट करने व आयुर्वेदिक उपाय अपनाने बारे लोगों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गठित टीमों द्वारा आज 22 मई को जागरूकता वाहन द्वारा गांव भोडिया खेड़ा, मानावाली, ढिंगसरा, भट्टूमंडी, ठुईयां, जांडवाला बागड़, 23 मई को अनिल कुमार व दिलबाग सिंह की टीम गांव झलनियां, जांडलीखुर्द, खासा पठाना, ढाणीगोपाल, भूना, सनियाना आदि विभिन्न गांवों व ढाणियों में जोर-शोर से नागरिकों को आयुष पद्धति के बारे में जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जागरूकता अभियान के दौरान ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी गांव-गांव में प्रचार सामग्री भी वितरित करेंगे तथा प्रचार प्रसार के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग इत्यादि का विशेष ध्यान रखेंगे। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त अजय चौपड़ा, उपमंडलाधीश संजय बिश्रोई, नगराधीश अनुभव मेहता, सीएमओ डॉ मनीष बंसल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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