हिसार मंडल आयुक्त ने जिला अधिकारियों संग बाढ़ संभावित क्षेत्रों का किया दौरा
फतेहाबाद,
हिसार मंडल के आयुक्त विनय सिंह ने जिला में बाढ़ बचाव को लेकर सभी पुख्ता प्रबंध 15 जून तक पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने नदियों, नहरों के निचले क्षेत्रों, ड्रेन, जोहड़ तथा विभिन्न सडक़ मार्गों पर बाढ़ राहत के लिए निर्धारित कार्यो को इस समय अवधि में निपटाने के आदेश जारी करते हुए कहा कि सिंचाई, शहरी स्थानीय निकाय तथा पंचायत विभाग के अधिकारी अपने-अपने अधीन क्षेत्र में कार्य करें। मंडल आयुक्त मंगलवार को लघु सचिवालय के सभागार में बाढ़ राहत बारे अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। इसके उपरांत मंडल आयुक्त ने रंगोई खरीफ चैनल, घग्गर नदी पुल, चिम्मो रेस्ट हाउस, पाईप लाइन डे्रन गांव ढेर, म्योंद, चांदपुरा साईफन, चांदपुरा रेस्ट हाउस, रंगोई नाला साईफन और बलियाला हैड क्षेत्रों का दौरा किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए।
आयुक्त विनय सिंह ने अधिकारियों से कहा कि घग्गर नदी, रंगोई नाला इत्यादि की सुरक्षा करना सुनिश्चित करें और किसी भी नदी या नहर में कट आदि न हो, यदि हो जाता है तो उसे तुरंत बंद करवाने का व्यापक प्रबंध किया जाए। उन्होंने जल खुंबी को मशीनों द्वारा निकलवाने के आदेश दिए और कहा कि बारिश आने से पहले बचाव के सभी कार्य पूरे कर लिए जाए। उन्होंने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे सीवरेज व्यवस्था को दुरूस्त व सुदृढ़ करें और बारिश का पानी इक्_ा न हो, इसके लिए उचित प्रबंध करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को पम्प सैट, पेंट, किश्तियां, मिट्टी के कट्टे, बलियां इत्यादि के प्रबंध सुनिश्चित करने को कहा। मंडल आयुक्त ने ढेर से शक्करपुरा, म्योंद कला से नथवान व म्योंद खुर्द में लगभग 74 लाख रुपये की राशि से हुए पानी निकासी के कार्यों का निरीक्षण किया।
मंडल आयुक्त ने जिला राजस्व एवं आपदा प्रबंधन अधिकारी को किसी भी आपातकाल स्थिति से निपटने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित करने और पर्याप्त कर्मचारियों को नियुक्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने जनस्वास्थ्य और नगर परिषद को निर्देश दिए कि वे बारिश के समय में यह सुनिश्चित करें कि शहर में ज्यादा समय तक बरसाती पानी खड़ा न हो। ऐसे प्वाईंट पहले ही चिन्ह्ति कर लें जहां बरसाती पानी का भराव ज्यादा होता है, वहां पर बाढ़ राहत बचाव कार्य पूरे किए जाए। उन्होंने पंचायत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ग्राम पंचायतों को भी अलर्ट पर रखे और उन्हें निर्देश दिए कि बरसाती पानी ज्यादा होने की स्थिति में अपने स्तर पर भी पंचायतें पानी निकासी के उचित प्रबंध करें और आपात स्थिति में जिला प्रशासन को इस बारे अवगत करवाया जाए। उन्होंने सभी एसडीएम को कहा कि वे सब-डिवीजन व अपने-अपने क्षेत्र में संभावित बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा भी करें और लोगों को आपात स्थिति होने पर तुरंत सहायता उपलब्ध करवाई जाए। आपदा प्रबंधन विभाग से कहा कि मौसम विभाग की सूचना के अलर्ट रहें। इस अवसर पर उपायुक्त डॉ नरहरि सिंह बांगड़, पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार, एडीसी अजय चौपड़ा, एसडीएम सुरेंद्र बेनीवाल, संजय बिश्रोई, नवीन कुमार, डीआरओ राजेश ख्यालिया, अधीक्षण अभियंता ओपी बिश्रोई, डीडीपीओ बलजीत ङ्क्षसह चहल, डीडीएएच डॉ काशीराम, ईओ जितेंद्र सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।