ज्ञानवर्धक व प्रतियोगी पुस्तकों व मैगजीन की उपलब्धता रखने के दिए निर्देश
फतेहाबाद,
ज्ञानवर्धक एवं प्रतियोगी पुस्तकों का जीवन में बड़ा महत्व है। ऐसी पुस्तकों के अध्धयन करने के व्यक्तिगत निखार में भी काफी सुधार होता है। यह बात उपायुक्त डॉ नरहरि सिंह बांगड़ ने वीरवार को स्थानीय खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय में स्थित जिला पुस्तकालय का निरीक्षण करने उपरांत कही। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बिना मनुष्य का जीवन अधूरा है। शिक्षित व्यक्ति ही समाज व राष्ट्र के नव निर्माण में अह्म भूमिका निभाता है। पुस्तकालय में बनाए गए रिडिंग हॉल की उपायुक्त ने प्रशंसा की और उसमें और बेहतर सुविधा देने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने पुस्तकालय की दीवारों की मुरम्मत करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने बीडीपीओ से कहा कि वे पुराना रिकार्ड और अखबार को अलग से व्यवस्थित करें। अलमारियों में नई और पुरानी किताबों की छंटनी करके उन्हें अलग-अलग रखा जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि ज्ञानवर्धक एवं प्रतियोगी पुस्तकों की उचित व्यवस्था की जिला पुस्तकालय में की जाए।
उपायुक्त ने पुस्तकालय में आने वाले आगुंतकों के रिकार्ड को मेनटेंन करने के भी निर्देश दिए और कहा कि यहां बैठकर पढऩे वाले लोगों को एक अच्छा माहौल मिलें इसकी सारी व्यवस्थाएं की जाए। प्रतियोगिता पुस्तकों और मैगजीन की उपलब्धता रखी जाए ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को सहायता मिल सके। उन्होंने कहा कि बिजली व पानी की समुचित व्यवस्था रखी जाए। इसके अलावा उपायुक्त ने परिसर में वाटर रिचार्ज बोर का भी निरीक्षण किया और संबंधित विभाग के अधिकारियों से बरसात के समय इसमें होने वाले रिचार्ज की क्षमता भी समझी। उपायुक्त ने बरसात के समय इस रिचार्ज के आस-पास व परिसर की सफाई करने के निर्देश दिए ताकि वाटर रिचार्ज करने में दिक्कत न हो। इस अवसर पर खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी महेंद्र सिंह नेहरा, एसडीओ देवेंद्र सिंह, चौधरी मनीराम गोदारा राजकीय महिला महाविद्यालय भोडिया खेड़ा की प्राचार्य डॉ वीना गोदारा, प्रोफेसर हवा सिंह, लाईब्रेरियन सुरेंद्र सिंह, नीता समाग, अजय सिंह, सेल्स मैनेजर जोतराम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।