हिसार

आदमपुर के क्रांति चौक से बरसाती नाला चोरी, दोषी कौन???

जीवन आधार डेस्क
आदमपुर के क्रांति चौक से बरसाती नाला चोरी हो गया है। जी हां, पूरा नाला ही कई सालों से गायब है। इसकी ना तो कहीं रिपोर्ट हुई और ना ही अधिकारियों ने जांच करने की जहमत उठाई। बरसाती नाला चोरी होने के कारण यहां के आमजन काफी परेशान है। क्योंकि नाला न होने के कारण अब जरा—सी बरसात का पानी भी यहां हफ्ते—हफ्ते खड़ा रहता है। जानकार लोगों ने बताया कि 2005 तक यहां बरसाती नाला था, लेकिन इसके बाद से गायब है। अब ये नाला कहां गया और कौन निगल गया यह जांच का विषय है।

चौ.भजनलाल के बिछवाया था नाला
चौ.भजनलाल ने सीएम बनते ही आदमपुर में सिवरेज की लाइन से अलग बरसाती नाले की लाइन बिछाई थी। इसके चलते यहां बरसात आने के बाद भी एक बूंद पानी नहीं ठह​रता था। समय बीतने पर आदमपुर की चौधर यानि चौ.भजनलाल का राज चला गया। इसके बाद भी सब ठीक—ठाक रहा। लेकिन असली दुविधा आरंभ हुई 2005 के बाद..चौ.भजनलाल सत्ता बनने के करीब पहुंचकर सीएम नहीं बन पाए..इसके बाद उनका स्वास्थ्य साथ छोड़ गया..यहां से अधिकारी बेलगाम होने आरंभ हो गए और इसका सबसे ज्यादा असर पड़ा क्रांति चौक पर। यहां से बरसाती नाला गायब होने में अधिकारियों की बड़ी भूमिका रही।

जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी दोषी
बरसाती पानी निकासी की जिम्मेवारी जनस्वास्थ्य विभाग की है। आदमपुर के लोग बकायदा सिवरेज का बिल भरते हैं, ऐसे में विभाग की जिम्मेवारी है कि वह जनता को सुविधा प्रदान करे। लेकिन 2005 के बाद से आदमपुर के क्रांति चौक पर बिछी बरसाती नाले की सफाई नहीं हुई। बताया जा रहा है कि बरसाती नालों की सफाई का बजट भी आता रहा है, लेकिन ये बजट कहां लगा इसकी जानकारी किसी को नहीं। अब तो हालात ये हो चुके हैं कि क्रांति चौक पर बरसाती नाला ही ढूंढ़ने से नहीं मिल रहा। उसे धरती निगल चुकी है। बस क्रांति चौक के पास कॉर्नर पर इस नाले का एक अंश दिखाई देता है जो बताता है कि यहां बरसाती नाला हुआ करता था। बरसाती नाले के गायब होने पर भी अधिकारियों द्वारा कोई एक्शन न लेना लापरवाही को साबित करता है। ऐसे में जिम्मेवार अधिकारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।

स्थानीय लोग भी दोषी
क्रांति चौक पर जलभराव के लिए यहां के लोग भी दोषी है। असल में अतिक्रमण के चलते लोगों ने अपनी दुकानें आगे बढ़ा ली और फिर दुकानों के आगे फर्श पक्के करने आरंभ कर दिए। इसी अतिक्रमण के कारण बरसाती नाला दब गया। लोगों ने नाले के उपर ही दुकान या फर्श बना डाले। इसके चलते बरसाती नाले का अस्तित्व ही समाप्त हो गया। इस भूल का खमियाजा अब यहां के लोगों को भी चुकाना पड़ रहा है।

हफ्तों तक काम ठप्प
बरसाती नाला बंद हो जाने के कारण थोड़ी—सी बरसात आ जाने पर भी यहां स्थिती काफी भयंकर बन जाती है। पानी हफ्तों तक खड़ा रहता है। ऐसे में ग्राहक बरसात के बाद यहां आने से कतराने लगे है। इसका विपरीत असर यहां के व्यापार पर पड़ने लगा है। कुछ दुकानें सड़क से नीची होने के कारण उनमें पानी भर जाता है ऐसे में दुकानदारों का समान भी खराब हो रहा है।

कुलदीप..भाजपा के बाद जेजेपी से आश
यहां के दुकानदारों ने मानसून आने से करीब 2 महीनें पहले ही भाजपा के नेताओं से मुलाकात की और समस्या से निजात दिलवाने की अर्जी दी। लेकिन इसका कोई हल नहीं निकला। करीब 25/30 दिन पहले कांग्रेस नेता व विधायक कुलदीप बिश्नोई से भी गुहार लगाई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। अब परेशान लोगों को जेजेपी से अंतिम आश है। दुकानदारों ने अब उप—मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए सोशल मीडिया के जरिए सम्पर्क साधने का प्रयास आरंभ किया है।

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Jeewan Aadhar Editor Desk