हिसार

सीसवाल धाम शिवरात्रि : प्रसाद में मिलेगा मास्क, मंदिर कमेटी ने मंगवाए 10 हजार मास्क

आदमपुर (अग्रवाल)
धर्म नगरी आदमपुर में जब आस्था पर बात आती है तो यहां के लोग इसे गंभीरता से लेते हैं। इसी का फायदा उठाते हुए लोगों को कोविड-19 के वायरस से बचाने के लिए अब मंदिरों में मास्क प्रसाद के रूप में वितरित किया जाएगा और मास्क वितरण करने से पहले महादेव को चढ़ाया जाएगा। शिवरात्रि महापर्व पर शिव मंदिर कमेटी ने करीब 10,000 मास्क मंगवाए है। दरअसल, जिले में कोरोना वायरस खतरनाक स्तर पर है। बावजूद इसके लोगों में लापरवाही देखने को मिल रही है। ऐसे में मास्क को अब प्रसाद के रूप में वितरित किया जाएगा। जिस मंदिर से इसकी शुरुआत हुई है वो मंदिर सीसवाल स्थित प्राचीन शिव मंदिर है जहां सावन माह में रविवार को शिवरात्रि के दिन ये व्यवस्था रखी गई है। मंदिर में प्रसाद के तौर पर अब मास्क का वितरण किया जाएगा। वहीं मंदिर कमेटी द्वारा घर से जल भरकर लाने के अलावा मास्क लगाकर ही आने के लिए बोला गया है और जो भक्त भूलवश मास्क नहीं लगा कर आ रहे हैं उन्हें प्रसाद के रूप में मास्क दिया जाएगा।

मंदिर में मास्क का प्रसाद
सीसवाल धाम के शिव मंदिर में इस खास तरह के नियम की शुरुआत होने के बाद इसकी चर्चा जोरों पर है। मंदिर कमेटी के प्रधान घीसाराम जैन ने कहा कि करीब 750 वर्ष प्राचीन शिवलिंग के दर्शन करने को आने वाले श्रद्धालु गलती से मास्क नहीं पहनकर आ रहे हैं उन्हें प्रसाद के रूप में एक मास्क दिया जाएगा। सामाजिक दूरी बनाकर श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश करें। साथ ही उन्हें कमेटी सदस्यों द्वारा कोरोना से बचाव के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही ये हिदायत भी दी जा रही है कि श्रद्धालु बिना मास्क लगाए घर से न निकलें।

भक्त को भगवान से किया दूर
कोरोना वायरस के प्रकोप ने इंसानों को एक दूसरे से ही नहीं बल्कि भगवान से भी दूर कर दिया है जिसके चलते देशभर में अनेक बड़े-बड़े मंदिर जहां बंद कर दिए गए हैं वहीं सीसवाल धाम के प्राचीन शिव मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में काफी कमी आई है। इस बार कांवड़ यात्रा पर रोक लगने के बाद मंदिर में मेले व भंडरे सहित अनेक कार्यक्रम रद्द किए गए हैं। सावन लगते ही महाशिवरात्रि तक आम तौर पर श्रद्धालुओं का मंदिरों में जमघट लगा रहता है। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते मंदिर में मेले का आयोजन रद्द किया गया है। मंदिर में श्रद्धालु केवल जलाभिषेक के लिए ही आ पाएंगे।

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