हिसार

आदमपुर के युवा वैज्ञानिक के बड़े कारनामे, हर्षिल के सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को नासा से मिली सराहना

आदमपुर (अग्रवाल)
जब इरादा बुलंद हो तो कम संसाधनों से भी बड़े काम किए जा सकते हैं। एशिया के सबसे समृद्ध गांव मंडी आदमपुर के मॉडल टाउन निवासी हर्षिल गोदारा ने कुछ ऐसा कर दिखाया कि अमेरिकन अंतरिक्ष शोध एजेंसी नासा से सराहना मिली है। इसी साल 12वीं कक्षा पास करके हर्षिल गोदारा ने एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम तैयार करके नासा को भेजा। नासा को उनका प्रोग्राम काफी पसंद आया। इसके चलते नासा ने हर्षिल गोदारा को मेल भेज कर आभार प्रकट करते हुए शुभकामनाएं दी है।

क्या है हर्षिल का सॉफ्टवेयर प्रोग्राम
दरअसल, नासा ओनगोइंग प्रोजेक्ट्स में काफी तरह के अलग-अलग सॉफ्टवेयर का प्रयोग करता है। इसके लिए उन्हें अलग-अलग डिवाइस की जरुरत पड़ती है। हर्षिल गोदारा ने एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम बनाकर सभी सॉफ्टवेयर को एक ही प्लेटफार्म पर ला दिया। अब नासा को काम करते समय अलग-अलग देखने के स्थान पर एक ही जगह पर पूरा डाटा मिल जाएगा।

नासा ने किया अपग्रेड
नासा को हर्षिल गोदारा का सॉफ्टवेयर प्रोग्राम काफी पसंद आया। लेकिन नासा को इसमें कुछ बग्स मिले। इन बग्स को पैच करके नासा ने हर्षिल गोदारा के प्रोग्राम को अपडेट कर लिया। इतना ही नहीं नासा ने बग्स और पैच किए गए प्रोग्राम को हर्षिल गोदारा के साथ शेयर भी किया है ताकि वे इस बारे में अधिक जान पाएं। नासा ने हर्षिल गोदारा को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आपने अपनी टीम के साथ बहुत अच्छा काम किया है। हमें आशा है कि आप जल्द ही हमें कुछ और नए आइडिया भेजेंगे। नासा ने हर्षिल गोदारा को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।

हर्षिल के दादा रिटायर्ड हेडमास्टर
हर्षिल के पिता सुधीर गोदारा ने बताया कि हर्षिल काफी छोटी उम्र से ही कम्पयूटर प्रोग्राम के लिए उत्साहित रहता था। बाद में उसने आनलाइन प्रोग्राम देखने शुरु कर दिए और ऑनलाइन ही इसकी तैयारी करके, जेब खर्ची रिटायर्ड हेडमास्टर दादा महावीर गोदारा से लेकर नासा को प्रोग्राम बनाकर भेजा। हर्षिल के पिता ने कहा कि वो रातभर कम्पयूटर पर काम करता है। उसकी मेहनत को देखकर लगता है कि जल्द वो बड़े मुकाम की तरफ कदम बढ़ाएगा।

सेंसर युक्त सैनिटाइजर बोतल बनाई
हर्षिल ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते बड़े-बड़े बाजारों में सेंसरयुक्त सैनिटाइजर जहां 3 से 5 हजार रुपये में मिल रहे है वहीं उसने मात्र 300 रुपये की लागत से सेंसरयुक्त सैनिटाइजर की बोतल बनाई है जिसके ढक्कन पर सेंसर लगा होगा। इस तरह नाममात्र खर्च पर बिना बोतल को छुए सैनिटाइजर से हाथ साफ किए जा सकते है।

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