हिसार

आदमपुर में आलू के बढ़ गए दाम..घीया के बढ़े नखरे..टिंडे—तौरी ने किया बेहाल

आदमपुर (अग्रवाल)
20 दिन पहले तक 8 रुपए किलोग्राम बिकने वाले आलू और घीया के दाम अब 5 गुणा तक बढ़ गए हैं। आलू का भाव 30 से 35 रुपए किलोग्राम तक पहुंच चुका है वहीं घीया 30 से 40 रुपए किलोग्राम तक बिकने लगी है। बच्चों को बेस्वाद लगने वाले टिंडे—तौरी के भाव तो 50 से 60 रुपए किलोग्राम तक पहुंच गए है। टमाटर सहित बाकि सब्जियां 30 से 40 रुपए किलोग्राम के बीच आ गई है जबकि बैंगन इस समय राहत प्रदान करते हुए 15 रुपए किलोग्राम पर टिके हुए हैं।

किसानों को नहीं मिल रहा भाव
आदमपुर सब्जी मंडी में रहेड़ियों पर बिक रही सब्जी जरुर महंगी हो गई है लेकिन किसानों को अब भी यहां भाव नहीं मिल रहा है। आमजन को 30 से 40 रुपए में मिलने घीया किसानों से आज भी 10 से 15 रुपए के बीच ली जा रही है। टिंडे—तौरी को लेकर आमजन परेशान है लेकिन किसानों को इनका लास्ट 15 से 17 रुपए प्रति किलोग्राम ही मिल पा रहा है। बात बैंगन की करे तो किसानों को इसके केवल 5 से 7 रुपए ही मिल रहे हैं।

क्या कारण है मंहगाई का
दरअसल, आदमपुर में अधिकतर रेहड़ी चालक होलसेलरों से सब्जी सुबह उधार लेते हैं और माल बेचकर उनके पैसे देते हैं। ऐसे में होलसेलर ही रेट खुदरा में बेचने का रेट तय कर देता है, उसी तय रेट पर सभी रेहड़ी चालक सब्जी बेचते हैं। इसमें शाम के समय रेहड़ी वाले सब्जी खराब होने के भय से जरूर सस्ते में सब्जी बेच देते हैं। वहीं कुछ होलसेलरों ने तो दहाड़ी पर रेहड़ी वालों को सब्जी देकर खड़ा कर रखा है ये होलसेलर द्वारा निर्धारित रेट पर पूरे दिन सब्जी बेचते हैं। इनके रेट दिन में 2 से 3 बार कम होते हैं।

दुकानदारों की मनमानी
आदमपुर में सब्जी की महंगाई दुकानदारों की मनमानी का ही परिणाम है। प्रशासन की इन पर कोई रोक—टोक नहीं है। यहां पर किसानों को उनकी पैदावार का औना—पौना दाम मिलता है जबकि दुकानदार अपने मनमर्जी से दाम वसूल रहे हैं। सब्जियों के रेट खुदरा और होलसेल रेट में दोगुणा अंतर होना तो आम बात है लेकिन कई बार तो ये अंतर 4 से 5 गुणा तक देखने को मिल जाता है।

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Jeewan Aadhar Editor Desk