फतेहाबाद

कोरोना महामारी के बीच आशा वर्कर हड़ताल पर

फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
आज दूसरे दिन भी अपनी मांगों को लेकर आशा वर्कर की हड़ताल जारी रही। आशा वर्कर ने शहर के हुड्डा सेक्टर में धरना दिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

मीडिया से बातचीत करते हुए हड़ताल को लेकर अपनी मांगों के बारे में आशा वर्कर की जिला प्रधान शीला शकरपुरा ने बताया कि जनता को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने हेतू सरकारी स्वास्थ्य के ढांचे को मजबूत किया जाए व एनएचएम को स्थाई किया जाए। इसके अलावा 8 एक्टिविटी का काटा गया 50 प्रतिशत भी तुरंत वापस लागू किया।

कोविड-19 में काम कर रही आशा वर्करों को जोखिम भत्ते के तौर पर 4 हजार रुपये दिए जाएं। गंभीर रूप से बीमार एवं दुर्घटना की शिकार आशा वर्करों को सरकार के पैनल अस्पतालों में इलाज की सुविधा दी जाए। आशाओं को सामुदायिक स्तरीय स्थाई कर्मचारी बनाया जाए। जब तक उन्हें पक्का कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक हरियाणा सरकार द्वारा न्यूनतम वेतन दिया जाए और इसे महंगाई भत्ते के साथ जोड़ा जाए। आशा वर्कर का कहना था कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे हड़ताल को आगे भी बढ़ा सकती हैं।

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