हिसार

दलाल—क्लर्क के मोटे खेल का फूटा घड़ा, दलाल सहित सुनीता गिरफ्तार—मोहित फरार

चरखी दादरी,
सीएम फ्लाइंग द्वारा पकड़े गए दलाल प्रदीप यादव सहित रजिस्ट्रेशन क्लर्क सुनीता देवी व लाइसेंस क्लर्क मोहित कुमार पिछले ढाई महीने से रुपये लेकर लोगों के घर बैठे डीएल और आरसी बनाकर दे रहे थे। लॉकडाउन के दौरान कार्य बंद था इसलिए ढाई महीने से हररोज पहले से 200 डीएल व आरसी की ज्यादा फाइलें उनके पास आ रही थी। पुलिस गिरफ्त में आए प्रदीप व सुनीता देवी का बुधवार को कोरोना टेस्ट करवाया गया। इसके बाद सुनीता देवी को सुनारिया जेल में हिरासत के लिए भेज दिया गया है। वहीं प्रदीप यादव को कोरोना रिपोर्ट आने तक क्वारेंटाइन कर दिया गया है। वहीं तीसरा आरोपी मोहित फरार हो चुका है जिसे दबोचने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।

लॉकडाउन में डीएल व आरसी का कार्य बंद था जो 1 जुलाई से दोबारा शुरू हुआ था। ऐसे में अब हर रोज करीब 800 डीएल व 800 आरसी की फाइलें जमा हो रही हैं। जबकि लॉकडाउन से पहले सामान्य दिनों में हर रोज करीब 500-500 फाइलें जमा होती थी। वहीं दलाल द्वारा हर रोज 5 से 7 फाइलें जमा करवाई जा रही थी। इस एक फाइल जमा करने पर क्लर्क को करीब 1500 रुपये मिलते थे। यानि प्रतिदिन एक क्लर्क को 8 से 10 हजार रुपये मिलते थे। इतने ही रुपये दलाल प्रदीप भी हर रोज बचा लेता था।

एसडीएम कार्यालय में लाइसेंस क्लर्क मोहित कुमार का सोमवार को ही तबादला बाढड़ा कर दिया गया था। जिसे मंगलवार को अपना कार्यभार बाढड़ा में संभालना था। उसी दिन मंगलवार सुबह सीएम फ्लाइंग ने गांव चांगरोड निवासी दलाल प्रदीप यादव को दबोच लिया था। इसकी भनक लगते ही लाइसेंस क्लर्क मोहित ने बाढड़ा में अपना कार्यभार भी नहीं संभाला और फरार हो गया। पुलिस ने दलाल प्रदीप यादव के खुलासा करने के तुरंत बाद रजिस्ट्रेशन क्लर्क चंपापुरी निवासी सुनीता देवी को तो दबोच लिया था। मगर मोहित अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया है।

निर्धारित शुल्क से ज्यादा रुपये लेकर दलालों के कहने पर डीएल व आरसी तैयार करने वाली सुनीता देवी लॉकडाउन से पहले डीसी ऑफिस में कार्यरत थी। वहीं मोहित बाढड़ा में कार्यरत था। लॉकडाउन के बाद जैसे ही कार्यालय खुले मोहित को बाढड़ा से दादरी लाइसेंस क्लर्क का कार्यभार दिया गया था और सुनीता देवी को रजिस्ट्रेशन क्लर्क का कार्यभार मिला। दोनों लॉकडाउन के बाद ही इन अहम पदों पर नियुक्त हुए थे। जिन्होंने यह कार्यभार मिलते ही दलालों से सांठगांठ कर रिश्वत लेकर डीएल व आरसी बनाना शुरू कर दिया।

डीएसपी रामसिंह बिश्नोई ने बताया कि लाइसेंस क्लर्क मोहित कुमार फरार हो चुका है। जिसे दबोचने के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं। दादरी सीआईए, स्पेशल स्टॉफ और सिटी थाना पुलिस शामिल है। वहीं रजिस्ट्रेशन क्लर्क को न्यायालय में पेश कर सुनारिया जेल भेज दिया गया है। दलाल प्रदीप यादव का कोरोना सेंपल दिलाकर उसे क्वारेंटाइन करवा दिया है। रिपोर्ट आने के बाद न्यायालय में पेश कर आगामी कार्रवाई की जाएगी।

Related posts

जिला ड्रग कंट्रोलर ने किया औचक निरीक्षण, दवा विक्रेताओं के साथ बैठक कर दी चेतावनी

Jeewan Aadhar Editor Desk

31 जनवरी 2019 को हिसार में होने वाले प्रमुख कार्यक्रम

चुनावी वायदों से मुकरने वाली भाजपा को चुनावों में सबक सिखायेगी जनता—रेणुका बिश्नोई