हिसार

वैब लिंक आधारित एसएमएस के माध्यम से होगी होम आइसोलेशन के मरीजों के स्वास्थ्य स्तर की निगरानी

कोरोना के बढ़ते संक्रमण और इसके उच्चतम स्तर के मद्देनजर उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने वैब लिंक को किया लांच

होम आइसोलेशन की अवधि पूरी होने के बाद घर बैठे प्राप्त होगा प्रमाण-पत्र

हिसार,
कोरोना के बढ़ते संक्रमण और इसके उच्चतम स्तर के मद्देनजर जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियों को भी बढ़ा दिया है। इसी कड़ी में उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने होम आइसोलेशन के मरीजों के स्वास्थ्य स्तर की प्रभावी निगरानी के लिए एसएमएस आधारित वैब लिंक लांच किया है। ऐसी व्यवस्था करने वाला हिसार जिला प्रदेश का पहला जिला है। जिसके माध्यम से मरीजों की निगरानी एवं सूचनाओं के प्रभावी तंत्र को विकसित करते हुए राष्ट्रीय सूचना एवं विज्ञान केंद्र (एनआईसी) व स्वास्थ्य विभाग द्वारा होम आइसोलेशन लॉग चार्ट को एसएमएस के माध्यम से होम आइसोलेशन के मरीजों को भेजा जाएगा। इनपुट प्राप्त करने के लिए वैब लिंक से जुड़ा हुआ एक फार्म इसके साथ होगा। एसएमएस प्राप्त करने के बाद कोरोना संक्रमित व्यक्ति अपनी वर्तमान स्थिति जैसे की तापमान का स्तर, पल्स रेट, ऑक्सीजन स्तर, अन्य गंभीर बिमारियों की जानकारी सहित सभी जानकारी वैब लिंक के फार्म पर भरकर सबमिट करेगा। इन सूचनाओं के आधार पर स्वास्थ्य विभाग गंभीर बीमारियों का डाटा विश्लेषण कर आगामी कार्यवाही करेगा।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने बताया कि होम आइसोलेशन रोगी के लिए एसएमएस भेजने की सुविधा ओटीपी से सत्यापित होगी। यह व्यवस्था होम आइसोलेशन के मरीजों के स्वास्थ्य की प्रभावी निगरानी तथा स्वास्थ्य विभाग के साथ उनका सीधा संवाद स्थापित करने के लिए बनाई गई है। कोविड मैनेजमेंट में इस प्रकार की व्यवस्था बेहद जरूरी थी क्योंकि होम आइसोलेशन के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही थी। इस नई व्यवस्था से पूर्व होम आइसोलेशन के मरीजों से दूरभाष पर संपर्क किया जाता था। जानकारी हासिल करने में घंटों का समय और काफी श्रम शक्ति लगती थी। एसएमएस आधारित वैब लिंक के माध्यम से स्थापित इस व्यवस्था में संक्रमित मरीजों के टेस्ट होने से लेकर उसके होम आइसोलेशन की अवधि तक का पूरा चार्ट तैयार रहेगा, जिसमें उसके स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियां डॉक्टरों के पास बिना किसी देरी के उपलब्ध होगी।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने बताया कि इस व्यवस्था से होम आइसोलेशन के मरीजों को भी काफी लाभ होगा, क्योंकि 17 दिन की होम आइसोलेशन की अवधि पूरी होने के बाद संबंधित का प्रमाण-पत्र भी वैब लिंक पर उपलब्ध हो जाएगा, जिससे डाउनलोड करके कोरोना से रिकवर व्यक्ति जरूरत पडऩे पर कहीं भी दिखा सकेगा। एसएमएस आधारित वैब लिंक व्यवस्था को विकसित करने वाले राष्ट्रीय सूचना एवं विज्ञान केंद्र के डीआईओ एमपी कुलश्रेष्ठ ने बताया कि ट्रायल तौर पर इस व्यवस्था को सफलता पूर्वक जांचने के बाद इसकी विधिवत शुरूआत कर दी गई है। ट्रायल के दौरान भेजे गए 675 एसएमएस में से 233 पर तुरंत प्रतिक्रिया आई। इससे पता चलता है कि होम आइसोलेशन के मरीज भी इस व्यवस्था को लेकर काफी संजीदा हैं। उन्होंने कहा कि बहुत से लोगों के पास संसाधन नहीं होत इसलिए उनके लिए पूर्व की व्यवस्था जारी रहेगी। डीआईओ एमपी कुलश्रेष्ठ ने बताया कि वैब लिंक आधारित एसएमएस के माध्यम से कोरोना जागरूकता के साथ-साथ होम आइसोलेशन के नियम व शर्तों तथा दवा इत्यादि की उपलब्धता व मेडिकल टीम के दौरा करने संबंधी जानकारी भी आसानी से हासिल हो जाएगी। इस अवसर पर सीएमओ डॉ. रतना भारती, डिप्टी सीएमओ डॉ. जया गोयल, एडीआईओ अखिलेश सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

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