भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के आश्वासन के बाद संघ ने लिया फैसला, 20 से कर रहे थे विरोध प्रदर्शन
हिसार,
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ से मिले आश्वासन के बाद रोडवेज से निष्कासित हड़ताल में काम करने वाले बेरोजगार कर्मचारियों ने बरोदा उपचुनाव में भाजपा के विरोध का फैसला वापिस ले लिया है। प्रदेशाध्यक्ष ने परिवहन महानिदेशक से बातचीत करके इन कर्मचारियों को डीसी रेट पर नौकरी लगाने की बात कही है।
हरियाणा रोडवेज बेरोजगार संघ के पदाधिकारी एवं कर्मचारी नेता अमित कौशल ने बताया कि दो साल से अपनी नौकरी वापसी की मांग कर रहे रोडवेज से निष्कासित हड़ताल में काम करने वाले बेरोजगार कर्मचारियों ने गत 15 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के नाम गोहाना के तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर नौकरी वापसी की अपील की थी। इसके साथ ही सरकार को चेतावनी दी थी यदि उन्हें रोडवेज या किसी अन्य विभाग में समायोजित नहीं किया गया तो वे सभी कर्मचारी बरोदा में हो रहे उपचुनाव में बरोदा हलका के सभी 54 गांव में जेजेपी और बीजेपी को वोट नहीं देने की अपील का अभियान चलाएंगे। अमित कौशल ने बताया कि 20 तारीख से सभी बरोदा हलका के लगभग 350 कर्मचारियों के साथ सभी 21 जिलों के प्रधानों ने बरौदा हलके के गांव-गांव में जाकर के बीजेपी और जेजेपी को वोट ना देने की अपील की मुहिम शुरू कर दी थी। इस अपील के दौरान सभी कर्मचारियों ने म्हारा गांव से शुरुआत की वे भैसवाल, रुखी, बरोदा, कथूरा, रिडाना, बिडाना, कंगाना, खेड़ा-खेड़ी, भोड, गढ़वाल व कोहला गांव में लगातार 7 दिन से प्रदर्शन करते हुए जब रैबडा गांव में कर्मचारी प्रदर्शन करने पहुंचे तो वहां पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने कर्मचारियों के पास पहुंचकर उनसे उनकी मांग पूछी और उनका हालचाल जाना और इस सारी घटना को सुनकर उन्होंने कर्मचारी नेताओं, जो कि बरोदा हलके से थे उनको मिलने के लिए गुडग़ांव स्थित सेक्टर 108 धर्मपुर अपने कार्यालय कमरा नंबर 102 में बुलाया।
कर्मचारी नेता अमित कौशल, संतराम, राकेश, यशपाल और पवन उनके कार्यालय में ओमप्रकाश धनखड़ से मुलाकात करने पहुंचे तो उन्होंने निष्कासित कर्मचारियों की बात सुनकर परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा से बात करते की। उन्होंने आगामी 5 नवंबर को परिवहन मंत्री से कर्मचारियों को मीटिंग का टाइम दिलवाया और परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा से कहा कि हड़ताल में काम करने वाले सभी चालक परिचालकों को तुरंत प्रभाव से रोडवेज बेड़े में डीसी रेट पॉलिसी 2 के तहत रखने की व्यवस्था को बनाएं क्योंकि इन सभी कर्मचारियों ने सरकार के बुरे समय में और हरियाणा प्रदेश की अर्थव्यवस्था बिल्कुल खराब स्थिति में थी तब बसों के स्टेरिंग संभाल कर लोगों को उनके शहर और गांव तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया था इसलिए सरकार को इनका मान सम्मान करना चाहिए और इनका हक इनको देना चाहिए। इस आश्वासन पर इन कर्मचारियों ने अपना आंदोलन वापस लेने का निर्णय लिया। इस मौके पर अमित कौशल, देवीलाल, मनजीत, राकेश, आशीष, अंकित अत्री, दिनेश, विक्की पुट्टी, सुरेंद्र, बिल्लू, नसीब ढांडा आदि सभी जिलों के प्रधान उपस्थित थे।