मिट्टी-पानी जांच विषय पर तीन दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण शुरू
हिसार,
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान में तीन दिवसीय मिट्टी व पानी की जांच विषय पर तीन दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। प्रशिक्षण का शुभारंभ सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान के सह-निदेशक(प्रशिक्षण) डॉ. अशोक गोदारा ने किया। इस प्रशिक्षण का आयोजन विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. आर.एस. हुड्डा की देखरेख व मार्गदर्शन में किया जा रहा है। संस्थान के सह-निदेशक ने संस्थान में दिए जाने वाले प्रशिक्षणों की जानकारी दी। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से इस प्रशिक्षण का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया। प्रशिक्षण की संयोजक एवं संस्थान की सहायक निदेशक (मृदा विज्ञान) डॉ. उषा वशिष्ठ ने मिट्टी व पानी जांच की महत्ता के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए सही तरीके से नमूने लेने के बारे में बताया।
मृदा के पोषक तत्वों की दी जानकारी
मृदा विज्ञान विभाग के सहायक वैज्ञानिक डॉ. देवराज चौहान ने प्रशिक्षणार्थियों को मिट्टी में मौजूद पोषक तत्व व उनके फसल उत्पादन में भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने किसानों से फसलों में रसायनिक खादों का प्रयोग कम करने के साथ पोषक तत्वों के एकीकृत प्रबंधन करके पैदावार के तरीकों के बारे में बताया। सहायक वैज्ञानिक डॉ. रामप्रकाश ने मिट्टी-पानी जांच के विभिन्न पहलुओं जैसे विद्युत चालकता, मिट्टी व पानी में पीएच मान आदि की जानकारी दी। साथ ही मिट्टी व पानी के जांच के आधार पर फसलों में बेहतर उत्पादन के लिए समग्र सिफारिशों को अपनाने की सलाह दी।
30 प्रशिक्षणार्थी ले रहे हैं प्रशिक्षण
इस ऑनलाइन प्रशिक्षण में प्रदेश के विभिन्न जिलों के 30 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। प्रशिक्षण के दौरान वैज्ञानिक प्रशिक्षणार्थियों को मिट्टी पानी जांच के विभिन्न पहलुओं से अवगत करवाते हुए उसकी महत्ता के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देंगे। प्रशिक्षण मेें वैज्ञानिक प्रतिभागियों के साथ प्रशिक्षण संबंधी उनके अनुभवों को लेकर विचार-विमर्श भी करेंगे।