एचआईवी ग्रसित व्यक्ति से नहीं किया जा सकता किसी प्रकार का भेदभाव : एडवोकेट पंघाल
हिसार,
हरियाणा एड्स नियंत्रण सोसायटी के निर्देशानुसार जिला एड्स नियंत्रण समिति के तत्वावधान में जिले के चिकित्सकों को दो दिवसीय एचआईवी/एडस बचाव और नियंत्रण एक्ट 2017 के बारे में जानकारी दी गई। इसमें जिला विधिक सेवाओं की और से अधिवक्ता राजेंद्र पंघाल ने इस एक्ट के बारे मे विस्तार से बताया।
हिसार जिले के एचआईवी एड्स के नोडल अधिकारी डॉ. सुशील गर्ग ने बताया कि जिले के अलग—अलग प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाओं से दो दिन में 30 चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया गया। अधिवक्ता राजेंद्र पंघाल ने बताया कि एचआईवी व एडस का एक्ट जो 2017 में बनाया गया है, उसको बनाने का मुख्य उद्धेश्य एचआईवी बीमारी की सही तरीके से रोकथाम व नियंत्रण करना है। इस एक्ट मे एचआईवी से ग्रसित किसी भी व्यक्ति के साथ रोजगार स्थल व अन्य रहने व खाने—पीने के स्थल पर किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जा सकता और उसको किसी भी अधिकार से एचआईवी की बीमारी के कारण वंचित नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि यह एक्ट एचआईवी ग्रसित व्यक्तियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने का काम करेगा। एक एक्ट उन्हे आम आदमी की तरह जीने का हक दिलाता है।
जिला एचआईवी के नोडल अधिकारी डॉ. सुशील गर्ग ने बताया की चिकित्सकों लिए ये प्रशिक्षण बहुत जरूरी है, क्योंकि उन्हें कार्य करते हुए एचआईवी व्यक्तियों का इलाज करना होता है तथा एमरजेंसी की हालत मे मरीज़ को संभालना भी होता है। यह एक्ट जहां एचआईवी से पीड़ित व्यक्ति को हर जगह कार्य करने की आज़ादी देता है वहीं उसके साथ हो रहे भेदभाव को भी रोकता है। एड्स कॉउंसलर अमितु अग्रवाल ने जिला हिसार में एचआईवी परामर्श एवं जांच केन्द्रों के बारे मे बताया कि इन केंद्रों पर कॉउंसलर द्वारा जांच से पूर्व एचआईवी के बारे में कॉउंसलिंग की जाती है तथा जांच के बाद भी कॉउंसिलिंग की जाती है ताकि आईसीटीसी पर आने वाला व्यक्ति एचआईवी एड्स की जांच के बारे मे पूरी तरह समझ सके और एचआईवी बीमारी के लगने के कारणों व बचाव के तरीको को अच्छी तरह जान सके।
डॉ. सुशील गर्ग ने बताया कि हमारा प्रयास अधिकतम लोगों को एचआईवी से संबंधित सही जानकारी देना है ताकि वह खुद भी सुरक्षित रहें व समाज को भी सुरक्षित रखें। उन्होंने विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं से आये हुए चिकित्सकों को जिले भर मे चल रहे एचआईवी/एड्स अभियान की जानकारी दी। जिले में एचआईवी जांच केन्द्रों के बारे मे विस्तार से प्रोजेक्टर ने बताया।
डॉ. सुशील गर्ग ने सभी चिकित्सकों को बताया कि वे सभी अपने—अपने स्वास्थ्य संस्थानों में एड्स टोल फ्री नम्बर 1097 को मुख्य स्थानों पर डिस्पले करवाएं ताकि अधिकतम लोग इसका लाभ ले सके। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एड्स कॉउंसलर अमितु अग्रवाल व बलकार सिंह पूनिया ने विस्तार से जानकारी दी।