हिसार

पर्यावरण संरक्षण के लिए कीटनाशकों का विवेकपूर्ण उपयोग जरूरी : वीसी

फसल सुरक्षा उत्पादों के जिम्मेदार उपयोग पर ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन

हिसार,
पर्यावरण के संरक्षण के लिए कीटनाशकों का विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग बहुत जरूरी है। इसके लिए कीट प्रबंधन की आधुनिक तकनीकों को अपनाना होगा।
यह बात हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. समर सिंह ने ऑनलाइन माध्यम से आयोजित एक प्रशिक्षण कार्यक्रमके दौरान प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम का आयोजन गुगल मीट के साथ-साथ यू-ट्यूब के माध्यम से किया गया। विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डॉ. एस.के. सहरावत ने बताया कि यह आयोजन कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड के साथ मिलकर छात्रों के लिए ‘फसल संरक्षण उत्पादों के जिम्मेदार उपयोग’ पर आयोजित किया गया। उन्होंने इस कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम में 400 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए। उन्होंने कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग को रोकने के लिए वर्तमान डिजीटल तकनीकों का अधिक से अधिक उपयोग करने की सलाह देते हुए छात्रों को एकीकृत कीट प्रबंधन (आईपीएम) की नवीनतम तकनीकों को सीखने के लिए प्रेरित किया। वाईएस परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के पूर्व-कुलपति डॉ. एचसी शर्मा ने विभिन्न फसलों में कीटों के प्रबंधन के लिए विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन के कारण बदलते कीट परिदृश्य में विभिन्न आईपीएम तकनीकों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड के उपाध्यक्ष डॉ. राजुल एडोलिया ने जोर देकर कहा कि कीटनाशकों का उपयोग आईपीएम का आवश्यक घटक है लेकिन इनका उपयोग जीवों और पर्यावरण की सुरक्षा के अनुसार बहुत ही सूझबूझ से किया जाना चाहिए। उन्होंने कीटनाशक के विवेकपूर्ण उपयोग की सभी बुनियादी अवधारणाओं को विस्तारपूर्वक प्रस्तुत किया। कीट विज्ञानं विभाग के अध्यक्ष डॉ. योगेश कुमार ने रेगिस्तानी टिड्डे और इसके प्रबंधन के विभिन्न जैविक पहलुओं पर चर्चा की। डॉ. ए. कुप्पुसामी, सीनियर जीएम ने प्रमुख, विनियामक मामलों ने व्यापक रूप से भारतीय फसल संरक्षण उद्योग पर प्रकाश डाला। कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. ए.के. छाबड़ा ने सभी गणमान्य लोगों के साथ-साथ प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के सहयोग से निजी क्षेत्र के सहयोग या अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों, विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों को आमंत्रित करके ऐसी बहुत सी प्रशिक्षणों की श्रृंखला का आयोजन किया जाएगा। कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड के एजीएम डॉ. अनुराग भटनागर और कृषि महाविद्यालय के सह अधिष्ठाता डॉ. सुरेंद्र कुमार पाहुजा ने कार्यक्रम का सफल तरीके से संचालन किया।

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