पुलिस अधीक्षकों को वर्ष 2021 में सडक दुर्घटनाओं में 30 प्रतिशत कमी लाने का लक्ष्य दिया
हिसार,
हिसार रेंज के पुलिस महानिरीक्षक संजय कुमार ने रेंज के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वर्ष 2021 में सडक़ दुर्घटनाओं में 30 प्रतिशत तक कमी लाने के लक्ष्य के साथ काम करें। उन्होंने रेंज में जिला पुलिस द्वारा सडक़ दुर्घटनाओं में कमी लाने बारे किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा करते हुए ये निर्देश दिए हैं।
समीक्षा बैठक में आईजी ने रेंज के जिला पुलिस अधीक्षकों से उनके जिलों में घटित सडक़ दुर्घटनाओं के मुख्य कारकों व ऐसे स्थलों की जानकारी मांगी है, जहां अक्सर सडक दुर्घटनाएं घटित होती रहती है। उन्होंने हिसार रेंज के पांचों जिलों का सडक़ दुर्घटनाओं से संबंधित पिछले तीन वर्षों का रिकार्ड तलब कर सडक़ दुर्घटनाओं से संबंधित दर्ज केसों एवं की गई कार्रवाही की समीक्षा की और सडक़ नियमों में लापरवाही पर सख्त कार्रवाही एवं केसों का शीघ्रता से निपटारा करने के निर्देश दिये।
आईजी की समीक्षा रिपोर्ट में सामने आया कि वर्ष 2019 में हिसार रेंज के पांचों जिलों में सडक़ दुर्घटनाओं के 1480 केस दर्ज हुए जिसमें 1413 व्यक्ति जख्मी हुए व 688 लोगों की मौत हुई। वर्ष 2020 के दौरान हिसार रेंज के पांचों जिलों में 1328 सडक़ दुर्घटनाएं घटित हुई जिनमें 1120 घायल हुए व 628 व्यक्त्तियों की जान गई। वर्ष 2019 की अपेक्षा वर्ष 2020 में हिसार रेंज में सडक़ दुर्घटनाओं में 15 प्रतिशत की कमी घायलों में लगभग 25 प्रतिशत व मौतों मे 11 प्रतिशत की कमी आई है।
जिला हिसार में वर्ष 2020 के दौरान सडक़ दुर्घटना के 355 केस दर्ज हुए जिनमें 341 घायल हुए व 140 लोगों की जान गई। जिला जींद में सडक़ दुर्घटनाओं के 321 केस दर्ज हुए जिनमें 265 लोग घायल व 180 लोगों की सडक़ दुर्घटना मे जान गई। जिला सिरसा में 278 सडक़ दुर्घटना के केस दर्ज हुए जिनमें 265 लोग जख्मी हुए व 128 लोगों की जान गई। जिला फतेहाबाद मे वर्ष 2020 के दौरान 190 सडक़ दुर्घटनाएं हुई जिनमें 105 लोग घायल हुए व 84 लोगों की जान गई। पुलिस जिला हांसी में गत वर्ष के दौरान सडक़ दुर्घटनाओं के 184 केस दर्ज हुए जिनमें 144 लोग घायल हुए व 98 मौतें हुई।
आईजी संजय कुमार ने कहा कि सडक़ दुर्घटनाओं का मुख्य कारण ओवरस्पीड है जिसके कारण लगभग 70 प्रतिशत दुर्घटनाएं होती है। हरियाणा में सडक़ दुर्घटनाओं में होने वाली कुल मौतों में लगभग 45 प्रतिशत युवा है जिनकी आयु 18 से 35 वर्ष के बीच है। उन्होने रेंज के पुलिस अधीक्षकों को इस विषय में जनता को जागरूक करने के साथ-साथ सख्ती बरतने के भी निर्देश दिये। आईजी ने जनता से अपील की है कि अपने युवा बच्चों को सडक़ नियमों के पालन एवं सुरक्षित वाहन चलाने बारे लगातार प्रेरित करते रहें। घर परिवार मुखिया अपने बच्चों से सडक़ सुरक्षा विषय पर बातें करें व सडक़ों पर लापरवाही के भयावह परिणामो बारे भी बच्चों को बताएं।