आदमपुर,
आदमपुर थाने में एक साथ करीब 150 किसानों को पुलिस हिरासत में लेकर पहुंची। तीन बसों में पुलिस किसानों को लेकर पहुंची। इससे आदमपुर थाना खचाखच भर गया। किसानों को यहां लाने से पूर्व काफी संख्या में पुलिसबल यहां तैनात था।
बता दें,गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के सभागार में सीएम को मुआवजे का मांग पत्र देने जा रहे किसानों को पुलिस ने कोर्ट के बाहर ही दूसरे गेट पर हिरासत में ले लिया था। किसानों को बसों में बैठाकर किसी अन्य जगहों पर ले जाया गया। इनमें से 3 बसें आदमपुर थाने में पहुंची।
किसानों का कहना है कि साल 2022 का 700 करोड़ रुपए मुआवजा बनता है, लेकिन निजी कंपनियां अभी तक मुआवजा अदा नहीं कर सकीं। वे अपने हक की आवाज उठाने सीएम के पास जा रहे थे। लेकिन शासन और प्रशासन इस कदर भयभीत है कि वे धरतीपुत्रों को सीएम को ज्ञापन तक नहीं देने दे रही। उनके खाते से बीमा कम्पनियों ने पैसे लिए थे। लेकिन जब मुआवजे की बात आई तो कम्पनियों ने हाथ खड़े कर दिए। किसान अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं ऐसे में उन्हें कितनी भी बार जेल तक क्यों न जाना पड़े—वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।