आदमपुर,
आदमपुर में सरकारी एजेंसियों द्वारा बिना साफ—सफाई व झार—पंखा लगाएं सरसों खरीदी जा रही है। इससे एक तरफ जहां भ्रष्टाचार का बढ़ावा मिल रहा है वहीं मंडी में झार का काम करने वाले हजारों मजदूरों की रोजी—रोटी पर बन आई है। शुक्रवार को काफी संख्या में मजदूर मंडी में एकत्रित हुए समाजसेवी जगदीश भादू को मौके पर बुलाया। मजदूरों का आरोप था कि कर्मचारी किसानों से काटा लेकर बिना साफ—सफाई के लिए सरसों भर लेते है। इससे उनकी मजदूरी का काम ठप हो चुका है। मजदूरों का कहना है कि सरकार को गोदाम की जांच करवाकर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
जगदीश भादू ने आरोप लगाया कि सरसों की खरीद में किसानों से काफी बड़े स्तर पर ठगी होने के साथ—साथ सरकार के नियमों को धत्ता बताकर बिना साफ—सफाई के गंदगी सहित सरसों को कट्टो में भरा जा रहा है। किसानों से साफ—सफाई के नाम पर काटा काटा जा रहा है। एक क्विंटल के पीछे 2 से 3 किलोग्राम तक सरसों ली जा रही है। ऐसा करके कर्मचारी ना केवल किसानों से ठगी कर रहे है बल्कि सरकारी आदेशों को भी ठेंगा दिखाने का काम कर रहे है। जगदीश भादू ने आरोप लगाया कि कर्मचारियों के इस भ्रष्ट खेल के चलते हजारों मजदूरों की रोजी—रोटी खतरे में पड़ गई है। उन्होंने कहा कि मजदूरों के बुलाने पर वे मंडी में आए। यहां आकर सरसो के कट्टो को देखा तो उनमें बिना सफाई के सरसो भरी हुई मिली है।
जगदीश भादू ने बताया कि उन्होंने मौके पर हैफड की प्रबंधक को बुलाया। प्रबंधक ने मौके पर आकर निरीक्षण किया और कहा कि वे मामले की जांच करवायेगी। उन्होंने कहा गोदाम में एक भी कट्टा बिना साफ—सफाई के नहीं लगता। मंडी में उनके कर्मचारी इसका ध्यान रखते है आगे गोदाम में उतरने से पहले भी माल की जांच की जाती है। उन्होंने कहा कि वे दिन में दो बार मंडी में आती है। मजदूरों को बोल रखा है कि कोई परेशानी हो या कोई शिकायत हो तो वे उन्हें सीधा बता सकते हैं। आज की शिकायत की वे जांच करवायेगी। बिना झार—पंखा लगाएं माल किसी भी कीमत पर नहीं खरीदा जाएगा। जगदीश भादू के बताया कि वे अब लगातार मंडी पर नजर बनाएं रखेंगे। अगर जरुरत पड़ी तो वे मंडी में एसडीएम व अन्य आला अधिकारियों को भी बुलायेंगे। किसी भी मजदूर का हक नहीं मरने देंगे।