हिसार

संजीवनी का काम करेगा अग्रोहा में कैंसर अस्पताल : डॉ. दुग्गल

कैंसर का जल्द पता चल जाए तो इलाज आसान, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान के दो करोड़ लोगों को लाभ होगा

रेडियो थेरैपी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी (केमोथेरैपी) और सर्जिकल ऑन्कोलॉजी की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी

हिसार,
महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा की निदेशक डॉ. गीतिका दुग्गल ने कहा है कि 60 करोड़ की लागत से 70 हजार वर्ग गज में बनाया जाने वाला 50 बैड का समता पुरुषोत्तम अग्रवाल कैंसर अस्पताल एवं रिसर्च इंस्टीट्यूट हरियाणावासियों के लिए संजीवनी का काम करेगा। इसका शिलान्यास 5 मार्च को होगा। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल भूतल समेत चार मंजिलों का होगा, जिसमें रेडियोथेरैपी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी (केमोथेरैपी) और सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के जरिये इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अलावा विशेषज्ञ डॉक्टर जांच कर मरीजों में कैंसर के विभिन्न चरणों की पहचान करेंगे।
डा. गीतिका दुग्गल ने कहा कि कैंसर ऐसी बीमारी है, जिसकी पहचान प्रारंभिक चरण में हो जाए तो उसका इलाज हो सकता है और व्यक्ति पूर्ण स्वस्थ हो सकता है। उन्होंने इस अस्पताल की स्थापना में सहयोग के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का व्यक्त किया। डॉ. दुग्गल ने कहा कि अजंता फार्मा के संस्थापक पुरुषोत्तम अग्रवाल और सह-संस्थापक मधुसूदन अग्रवाल ने कैंसर अस्पताल स्थापित करने की जो पहल की है, उससे हरियाणा के साथ-साथ पंजाब और राजस्थान के 2 करोड़ से अधिक लोग लाभाविंत होंगे।
डॉ. दुग्गल ने कहा कि अग्रोहा के आसपास हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी, महेंद्रगढ़, जींद, कैथल और करनाल में कैंसर के काफी मामले सामने आए हैं। इसी तरह राजस्थान-पंजाब सीमा से लगे क्षेत्रों में भी कोई कैंसर अस्पताल नहीं है। खेती में रसायनों और कीटनाशकों के अधिक इस्तेमाल से कैंसर की आशंका रहती है। इसी तरह अग्रोहा से मात्र 7 किलोमीटर दूर गोरखपुर परमाणु बिजलीघर है, जिसके विकिरण से भी कैंसर का खतरा है। कैंसर की जांच और इलाज की सुविधा न होने के कारण लोगों को सवा सौ किलोमीटर से अधिक दूर चंडीगढ़ और रोहतक जाना पड़ता है। इस अस्पताल के बनने से लोगों को कैंसर की जांच और इलाज की सुविधा घर में ही उपलब्ध हो जाएगी।
पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती सावित्री जिंदल इस मेडिकल कॉलेज की संचालन समिति की अध्यक्ष हैं। हरियाणा के पूर्व ऊर्जा मंत्री स्व. ओपी जिंदल ने 1988 में अग्रोहा मेडिकल कॉलेज का पौधा लगाया था जो आज वटवृक्ष बन गया है। इस 700 बैड के अस्पताल में एमआरआई, सीटी स्कैन, कैथ लैब, अल्ट्रासाउंड, डायलिसिस के अलावा 24 घंटे आपात सेवाओं के साथ-साथ अनेक जांच सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां प्रतिदिन 2500-3000 मरीजों की ओपीडी की जाती है क्योंकि यहां सस्ते इलाज की व्यवस्था है। बीपीएल परिवारों का यहां मुफ्त इलाज होता है। दवाओं और शल्य चिकित्सा के साथ-साथ प्रसूति, शिशु रोग, हड्डी, आंख-कान-गला, नेत्र, मनोविज्ञान, चर्मरोग आदि की चिकित्सा सुविधा भी यहां उपलब्ध है।

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