विश्व गौरेया दिवस के अवसर पर बाल वाटिका स्कूल में कार्यक्रम का आयोजन
फतेहाबाद,
विश्व गौरेया दिवस के अवसर पर उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने जिलावासियों से गौरेया चिडिय़ा व अन्य विलुप्त होती वन्य प्रजातियों के संरक्षण में सहयोग देने की अपील की है। उपायुक्त ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 20 मार्च को यह दिवस पूरी दुनिया में गौरैया पक्षी के संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है।
उपायुक्त ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि घरों में कुछ ऐसे झरोखे रखें जहां गौरेया घोंसला बना सके, आंगन और छत पर अनाज के दाने बिखेरें, आंगन और छत पर पौधे लगाएं ताकि पक्षी आकर्षित हों व घर की मुंडेर पर मिट्टी के बर्तन में पानी रखें। उन्होंने कहा कि गौरेया के बच्चों को बचाने के लिए घर के लोगों को भी सहयोग करना चाहिए। हम प्राकृतिक घोसले तैयार कर गौरेया को बचाने में वन विभाग की मदद कर सकते हैं। गौरेया संरक्षण के लिए हमें हर वर्ग व क्षेत्र के लोगों को जगाना होगा। इसमें शहरवासियों की सहभागिता की अधिक आवश्यकता है। उपायुक्त ने कहा कि जन-जन की जागरूकता से ही गौरेया को विलुप्त होने से बचाया जा सकता है।
जिला स्तर पर शनिवार को विश्व गौरेया दिवस को बाल वाटिका स्कूल में धूमधाम से मनाया गया। उप वन्य प्राणी निरीक्षक जयविंद्र ने विद्यार्थियों को वन्य प्रजातियों के हमारे जीवन के महत्व के बारे में बताया गया। विलुप्त होती प्रजातियों के संरक्षण के लिए हरियाणा सरकार के प्रयासों के बारे में लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम के दौरान घर-घर कृत्रिम घोंसले लगाकर गौरेया को बचाने का लोगों को संदेश दिया गया। छात्रों ने गौरेया को बचाने का संकल्प लिया। गौरेया मनुष्य मित्र चिडिय़ा है। इस दौरान गौरेया पालने के लिए विद्यार्थियों को उत्साहित किया गया।