हरियाणा हिसार

महिलाओं ने की हरियाणवी सभ्यता व संस्कृति को बचाने की अनूठी पहल

हरियाणवी वेशभूषा पहन नाच गाकर मनाई होली, दो महिलाओं से शुरू हुई मुहिम सैंकड़ों महिलाओं तक पहुंची

हिसार (राजेश्वर बैनीवाल),
हरियाणवी सभ्यता व संस्कृति को बचाने की बात तो अनेक लोग करते हैं लेकिन उसको बचाने में बहुत कम लोग अपना योगदान दे पाते हैं। इसी ओझल होती ठेठ हरियाणवी सभ्यता को बचाने के लिए दिलेर हरियाणा की टीम ने बीड़ा उठाया हुआ है जिसका उदाहरण हिसार की मिनी सचिवालय कॉलोनी में देखने को मिल रहा है। हर रोज हरियाणवी वेशभूषा पहनकर महिलाएं सभ्यता को बचाने की अपील करती हुई नजर आती है। होली की संध्या पर स्पेशल डांस कम्पीटिशन करवाया गया जिसमें महिलाओं को सम्मानित किया गया।
दिलेर हरियाणा टीम की प्रधान कमलेश श्योराण बताया कि कुछ असभ्य हरियाणवी गानों की वजह से हरियाणा की संस्कृति को गलत नजर से देखा जाने लगा था। उनको मलाल था कि जो सभ्यता पूरी दुनिया में अलग पहचान रखती थी वह पाश्चात्य सभ्यता की भेंट चढ़ती जा रही थी। यही टीस उनका कब जुनून बन गई उन्हें पता भी नहीं चला। हिसार की 2 महिलाओं से शुरू हुई मुहिम अब सैकड़ों महिलाओं तक पहुंच गई है। प्रधान कमलेश ने बताया कि उन्होंने महिलाओं को नाच गाने के लिए प्रेरित किया और सभी महिलाओं के लिए हरियाणवी वेशभूषा भी अपने पैसों से खरीदकर दी। हर रोज सायं को सैकड़ों की संख्या में इकट्ठे होकर हरियाणवी वेशभूषा पहनकर नाच गाकर सभ्यता को बचाने का संदेश देती है। होली की संध्या पर आयोजित विशेष हरियाणवी डांस कम्पीटिशन का आयोजन करवाया गया जिसमे कविता को ड्रेस व डांस में प्रथम स्थान मिला, दूसरा स्थान सरोज व तीसरा स्थान यशवंती को मिला।
इस अवसर पर इंदिरा, कमलेश, यशवंती, विमला, सुमन, निर्मला, सरोज, बाला चहल, कमला देवी, कविता, सरोज कुमारी, कमलेश व दिलेर हरियाणा टीम की अनेक महिलाएं मौजूद थी।

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