आंदोलन में शहीद हुए किसानों व मजदूरों को किया याद, निजीकरण के खिलाफ नारेबाजी
हिसार,
भारत की जनवादी नौजवान सभा की ओर से निकटवर्ती गांव डोभी में कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर रोष जताया गया। इस दौरान अनेक किसान व ग्रामीण उपस्थित थे।
नौजवान सभा के जिला प्रधान प्रदीप बैनीवाल ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता मांगेराम गिल ने की। इस दौरान कृषि कानूनो की प्रतियां जलाने के साथ-साथ निजकरण के विरोध में भी गांव के युवाओं, किसानो व मजदूरों ने नारे लगाये। उन्होंने सरकार के तानाशाही रवैये का जमकर विरोध किया और किसान आंदोलन में शहीद किसानों व मजदूरों को याद करते हुए कहा कि उनकी कुर्बानी को भुलाया नहीं जा सकता।
नौजवान सभा के जिला प्रधान प्रदीप बैनीवाल ने कहा कि शांतिप्रिय तरीके से चल रहे किसान आंदोलन को सरकार कुचलना चाहती है। इस बात को देश का युवा व किसान समझ चुका है और इस आंदोलन में किसान किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेगा चाहे मोदी सरकार आंदोलन को बदनाम करने का कितना भी प्रयास कर ले ये आंदोलन खेती बचाने का आंदोलन है। उन्होंने कहा कि 31 मार्च को बीजेपी एक साजिश के तहत प्रदर्शन कर रही है ताकि आपस में टकराव हो और आंदोलन को तोड़ा जा सके। इनकी साजिश को नाकाम करने लिए सभी सघंर्षशील किसानों से अपील है कि इनके प्रदर्शन का विरोध करने की बजाय शांति बनाये रखें है।
इस मौके पर पूर्व सरपंच जयबीर गिल, सुरेश बैनीवाल, राजबीर खटोड़, राहुल जास्ट, सुभाष नंबरदार, योगेश जास्ट, सिविल अशोक गोदारा, राहुल बंसल, डाक्टर डोभी, विजेंद्र साहरण, राज केपी, जयप्रकाश गोदारा, कपिल ज्याणी, योगेश व सुनिल सिविल सहित अन्य पदाधिकारी, कार्यकर्ता व ग्रामीण उपस्थित थे।