हिसार

निजी स्कूलों से लेकर सेवानिवृत प्राचार्य ने बुक बैंक के लिये पुस्तकें की दान

हिसार,
शिक्षा कितनी अहम है, अनपढ़ व्यक्ति या किसी कारण पढ़ाई से दूर होने वाला व्यक्ति ही इसका महत्व समझ सकता है। इसलिये हर बच्चा शिक्षित हो, गरीब व जरूरतमंद बच्चे किताबों के अभाव में शिक्षा से वंचित न रहे, इस दिशा में नगर निगम प्रशासन की बुक बैंक बनाने की मुहिम को शहरवासियों का सहयोग निरंतर मिल रहा है।
स्कूल, समाजसेवी, सामाजिक संस्थाएं और युवा वर्ग इस मुहिम से जुडक़र इसे कामयाबी के शिखर पर ले जाने में लगा हुआ है। मौजूदा सरकारी अधिकारी, कर्मचारी और सेवानिवृत अधिकारी व कर्मचारी किताबें बुक बैंक के लिये दे रहे है, जिनको व्यवस्थित करने का कार्य तेजी से चल रहा है।
शहर में निगम की तीन लाइब्रेरी में किताबें जमा करवाई जा रही है। मॉडल टाउन, पटेल नगर व सेक्टर 14 की लाइब्रेरी में शहरवासी किताबें दान कर रहे है। बीते दिनों सिद्धार्थ इंटरनेशनल स्कूल ने विभिन्न विषयों से जुड़ी 385 किताबें दी। हमारा प्यार हिसार गु्रप की सदस्या ममता भाटी के प्रयासों से स्कूल प्रशासन ने बुक बैंक के लिये किताबें दान की वहीं हरी भरी वसुंधरा संस्था से सुनीता रहेजा सेक्टर 14 में सेक्टरवासियों को बुक बैंक में किताबें दान करने को लेकर जागरूक कर रही है। उन्होंने 57 किताबें सेक्टर 14 स्थित लाइब्रेरी में दान की।
सेवानिवृत प्राचार्या ने 220 पुस्तकें बुक बैंक में जमा करवाई
ग्रीन पार्क निवासी राजकीय महाविद्यालय के सेवानिवृत प्राचार्य प्रेम सागर मेहता व सरोज मेहता ने विभिन्न विषयों से जुड़ी 220 किताबें बुक बैंक में जमा करवाई। मॉडल टाऊन लाइब्रेरी के लाइब्रेरियन प्रवीण कुमार को उन्होंने यह किताबें सौंपी। उन्होंने विज्ञान, फिजिक्स, अंग्रेजी व धार्मिंक और देशभक्ति की किताबें सौंपी। इस दौरान जयभगवान गुप्ता, नरेंद्र मित्तल भी उपस्थित रहे। सेवानिवृत प्राचार्य प्रेम सागर मेहता ने कहा कि शिक्षा को हर घर पहुंचाने के लिये नगर निगम का बुक बैंक बनाने का कदम सराहनीय है। सभी शहरवासियों को इसमें अपना सहयोग करना चाहिये ताकि गरीब, जरूरतमंद बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके।

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Jeewan Aadhar Editor Desk