गांवों में महिलाएं काली चुनरी ओढक़र काला दिवस मनाएंगी
हिसार,
तीन काले कानूनों को वापिस लेने, समर्थन मूल्य पर खरीद गारंटी कानून बनाने, गेहूं का पूरा उठान व भुगतान, खरीफ 2020 जलभराव, ओलावृष्टि, अंधड़ से बर्बाद हुई फसलों की गिरदावरी अनुसार बीमा कंपनी से पूरा मुआवजा दिलवाने, बीमा कंपनी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज करने, नहरों में पानी छोडऩे, जल घरों और जोहड़ों में पीने का पूरा पानी दिए जाने की मांग पर किसान सभा का लघु सचिवालय के समक्ष बेमियादी धरना आज 29वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता किशोरीलाल जालप गंगवा व बलराज ने संयुक्त रूप से की जबकि संचालन जिला सचिव सतबीर धायल ने किया।
धरने को संबोधित करते हुए मैय्यड़ टोल के अध्यक्ष कुलदीप खरड़ ने कहा कि कल 26 मई को पूरे देश का किसान काला दिवस मनाया जाएगा। इसके तहत जिला के प्रत्येक गांव के प्रत्येक घर पर काला झंडा लगाया जाएगा और गांवों में महिलाएं काली चुनरी ओढक़र काला दिवस मनाएंगी। किसान सभा के जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार ने कहा कि हिसार जिले के चारों टोलों के अतिरिक्त लघु सचिवालय पर भी काला दिवस मनाते हुए दोपहर 12 बजे प्रधानमंत्री का पुतला जलाया जाएगा। इस दिन नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बने सात साल हो जाएंगे और किसानों के आंदोलन को पूरे छह माह हो जाएंगे। जब तक केंद्र सरकार कृषि संबंधी तीनों काले कानूनों को वापिस लेकर फसल खरीद का समर्थन मूल्य पर कानून नहीं बनाती, किसान आंदोलन जारी रहेगा। जिला सचिव सतबीर धायल ने कल 24 मई को हिसार में हुए विशाल प्रदर्शन में भाग लेने वाले सभी किसानों का आभार जताया। सूबेसिह बूरा ने बताया कि कल प्रदर्शन के दौरान ह्रदय गति रुकने से निधन होने वाले किसान रामचंद्र उगालन को याद करते हुए दो मिनट का मौन धारण किया गया। धरने को कृष्ण कुमार सांवत,, प्रताप सिंह ठोलेदार, बबली लाम्बा, वजीर सिंह लाडवा, रविकांत, संतोष पीटीआई, अजय कुमार, राजीव पातड़, सुरेश मोड़ाखेड़ा, बाली खरड़, विजय पीटीआई, कुलदीप कनौह, विजेन्द्र सिंह, सत्यवान लाडवा आदि ने संबोधित किया।