आदमपुर,
मई 2021 आदमपुर के लिए सबसे ज्यादा मुश्किल माह साबित हुआ। इस दौरान मंडी आदमपुर के सरपंच सहित 60 से ज्यादा लोगों की मौत हुई इसमें से 44 का अंतिम संस्कार आदमपुर बैकुंठ धाम में किया गया। कोरोना संक्रमण के चलते कुछ संस्कार आदमपुर से बाहर किए गए तथा कुछ बिश्नोई समाज से जुड़े होने के कारण उन्हें मिट्टी दी गई।
आदमपुर बैकुंठ धाम समिति के अनुसार पिछले 40 सालों में आदमपुर में कभी भी एक माह में इतनी मौत नहीं हुई। कोविड संक्रमण के चलते आदमपुर में रोजाना एक से अधिक लोगों के अंतिम संस्कार का आंकड़ा सामना आया। ऐसे में मई माह काफी दर्दनाक साबित रहा। आदमपुर के हर निवासी इस माह को भूलने की ही कोशिश करेगा। 1 मई से लेकर 31 मई तक लगातार बैकुंठ धाम में चिताएं जलती रही।
मई के प्रथम सप्ताह में 12, दूसरे सप्ताह में 9, तीसरे सप्ताह में 13, चौथे सप्ताह में 6 तथा अंतिम सप्ताह के दो दिनों में 3 लोगों के संस्कार आदमपुर बैकुंठ धाम में हुए। इनमें सबसे ज्यादा अग्रवाल समाज के 14, पंजाबी/अरोड़ा समाज के 7, रेगर समाज से 6 तथा बाकि अन्य समाज के लोग शामिल है। इस माह में हुए दाह संस्कार में करीब 220 क्विंटल लकड़ी लगी। आमतौर पर आदमपुर में इतनी लकड़ी की खपत 5 माह में भी मुश्किल से होती है। ऐसे में मई माह आदमपुर के लिए बुरी यादें समेट कर अपने साथ ले गया।