विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विश्वविद्यालय कर्मचारियों ने ली शपथ
हिसार,
तंबाकू का सेवन या इसका किसी भी रूप में इस्तेमाल करने से एक नहीं, बल्कि कई तरह की जानलेवा बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। तंबाकू का एक बार का मजा जिंदगी भर की सजा बन सकता है। तंबाकू के नुकसान को जानते हुए भी दुनिया भर में बड़ी संख्या में लोग तंबाकू का सेवन किसी न किसी रूप में कर रहे हैं और जानलेवा बीमारियों को आमंत्रित कर रहे हैं।
यह बात हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बीआर कांबोज ने कही। वे विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण निदेशालय के तत्वावधान में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन ड्रग प्रिवेंशन सेल व लिटरेरी एंड डिबेटिंग सोसाइटी द्वारा राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के सहयोग से किया गया। मुख्य अतिथि ने कहा कि तंबाकू और इससे बने पदार्थों का सेवन करने के कारण फेफड़ों का कैंसर, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, लिवर कैंसर, मुंह का कैंसर, डायबिटीज का खतरा, हृदय रोग कोलन कैंसर और महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर जैसी कई प्रकार की गंभीर बीमारियां हो जाती हैं। इन बीमारियों के बारे में सोचते हुए जो लोग तंबाकू या फिर उससे बनने वाले पान मसाले और सिगरेट का सेवन कर रहे हैं, उन्हें तंबाकू का सेवन करना छोड़ देना चाहिए। यह ना केवल उनके स्वास्थ्य के लिए बल्कि उनके आस-पास रहने वाले लोगों को इससे होने वाले नुकसान से बचाएगा। ऑनलाइन कार्यक्रम से पहले विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय सहित सभी कार्यालयों मेें शपथ ग्रहण कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। इसमें तंबाकू का सेवन न करने की शपथ ली गई।
इस दौरान कुलसचिव डॉ. राजवीर सिंह, स्नातकोत्तर अधिष्ठाता डॉ. अतुल ढींगड़ा, वित्त नियंत्रक नवीन जैन, मीडिया सलाहाकार डॉ. संदीप आर्य, वरिष्ठ निजी सचिव सुरेंद्र सलूजा, सहायक कुलसचिव कपिल अरोड़ा सहित अन्य कर्मचारी व अधिकारी मौजूद रहे। सिविल अस्पताल के नोडल ऑफिसर डॉ. सुशील गर्ग ने मुख्य वक्ता के तौर पर तंबाकू के सेवन से होने वाली हानियां और तंबाकू की लत को छोडऩे के तरीको बारे विस्तारपूर्वक बताया। छात्र कल्याण निदेशक डॉ. देवेंद्र सिंह दहिया ने कहा कि तंबाकू के सेवन से स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है और आज के महामारी के समय जब कोरोना ने मनुष्य के फेफड़ों पर बुरा प्रभाव डाला है, ऐसे में तम्बाकू का बीड़ी या सिगरेट के रूप में सेवन करना घातक है। कार्यक्रम के समापन अवसर पर ड्रग प्रिवेंशन सेल ने नोडल अधिकारी डॉ. चंद्रशेखर डागर ने सभी का धन्यवाद किया। कार्यक्रम का संचालन लिटरेरी एंड डिबेटिंग सोसाइटी की अध्यक्ष डॉ. अपर्णा ने किया। डॉ. राजेंद्र बैनीवाल व डॉ. राजेश कथवाल का कार्यक्रम के आयोजन में विशेष सहयोग रहा।