दशकों बाद हो रहा महाबीर कालोनी जलघर की सफाई का काम, अब भी केवल खानापूर्ति की जा रही : हिन्दुस्तानी
हिसार,
‘जागो मानव-बनो इंसान’ संस्था के अध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता गंगापुत्र राजेश हिन्दुस्तानी ने कहा कि उनकी लंबी मांग पर दशकों बाद महाबीर कालोनी जलघर की सफाई का कार्य शुरू हो पाया है लेकिन अब भी इसके नाम पर लीपापोती ही की जा रही है। जलघर की तलहटी में जो दल-दल जमा है उसे बाहर निकालने की बजाय उसी पर कामचलाऊ मसाला डालकर उसे पक्का किया जा रहा है। जब उन्हें इसे बात की सूचना मिली तो वे तुरंत जलघर पहुंचे और ठेकेदार केशव शर्मा से बात की। ठेकेदार ने कहा कि उन्हें जैसे और जितना कहा गया है वैसे ही काम किया जा रहा है। इससे साबित होता है कि जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जलघर की सफाई के नाम पर केवल खानापूर्ति करना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे पिछले 5 वर्षों से अनेक अधिकारी नेताओं, मंत्रियों को पत्र लिखकर जलघर की मांग उठा रहे हैं और इतने लंबे समय के बाद अब पेयजल की सफाई की बारी आई है तो प्रशासन फिर से वही काम चलाऊ नीति अपना रहा है। जलघर में वर्षों से इतनी गाद और गंदगी जमा पहले उसे अच्छी तरह से निकालना जरूरी है उसके बाद उसकी तलहटी का रोड़े बिछाकर मजबूती से निर्माण किया जाना चाहिए ताकि लंबे समय से फिर से इसके निर्माण की जरूरत न पड़े और लोगों को पानी की किल्लत का सामना न करना पड़े। उन्होंने जन स्वास्थ्य विभाग प्रशासन, विधायक व मेयर इस मामले में केवल खानापूर्ति करने में लगे हुए हैं और इसमें भ्रष्टाचार के स्पष्ट संकेत नजर आ रहे हैं।
राजेश हिन्दुस्तानी ने मांग की कि जलघर की पूरी गाद निकालकर उसकी अच्छी तरह से सफाई की जाए और जलघर की तलहटी को पक्का करने का काम पूरे नियमों का पालन करते हुए किया जाए। इस प्रकार से खानापूर्ति करने से तो कुछ दिन बाद फिर से जलघर में गाद इकट्ठा हो जाएगी। हिन्दुस्तानी ने बताया कि कालोनी के लोगों में इस बात को लेकर काफी रोष है कि इतने सालों में जलघर की सफाई हो रही है उसके बाद भी इसे ढंग से नहीं किया जा रहा है। उन्होंने मांग उठाई कि जलघर की सफाई अच्छी प्रकार से की जाए और इसकी तलहटी रोड़े बिछाकर एकदम पक्के व मजबूत धरातल पर बनाया जाए ताकि इसमें फिर से गंदगी जमा ना हो और लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सके।