नई दिल्ली,
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने हेल्थकेयर सेक्टर को सपोर्ट देने के लिए एक नया बिजनेस लोन प्रोडक्ट ‘आरोग्यम हेल्थकेयर बिजनेस लोन’ लॉन्च किया है। इस लोन को कैश क्रेडिट, टर्म लोन, बैंक गारंटी या लेटर ऑफ क्रेडिट के जरिए लिया जा सकता है। इसमें कारोबारियों को मिनिमम 10 लाख और मैक्सिमम 100 करोड़ रुपये तक का लोन मिल सकेगा। इस प्रोडक्ट की एक खास बात यह है कि इसमें रिपेमेंट टेन्योर यानी लोन चुकाने के लिए 10 साल का समय मिलेगा। साथ ही 2 करोड़ रुपये तक के लोन क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट फार माइक्रो एंड स्माल इंटरप्राइेजसस (CGTMSE) स्कीम के तहत कवर किए जाएंगे।
किसको मिलेगा ये लोन
SBI के आरोग्यम हेल्थकेयर बिजनेस लोन प्रोडक्ट का फायदा हेल्थकेयर इकोसिस्टम से जुड़े संस्थान जैसे हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, डायग्नोस्टिक सेंटर, पैथोलॉजी लैब, मैन्युफैक्चरर, सप्लायर, इंपोर्टर्स और क्रिटिकल हेल्थकेयर सप्लाई के काम में लगी लॉजिस्टिक्स कंपनियां उठा सकती हैं। आरोग्यम लोन को टर्म लोन या कैश क्रेडिट, बैंक गारंटी के तौर पर ले सकते हैं। कैपिटल के रूप में लोन का इस्तेमाल नई यूनिट लगाने या पुरानी बिजनेस के एक्सपेंशन में किया जा सकता है।
मेट्रो शहरों में 100 करोड़ तक लोन
मेट्रो शहरों में आरोग्यम लोन स्कीम के अंतर्गत 100 करोड़ रुपये का कर्ज लिया जा सकता है। टियर -1 और अर्बन सेंटर पर 20 करोड़ तक का लोन मिल सकता है। वहीं, टियर -2 से टियर-4 तक के शहरों में चलने वाले संस्थानों को 10 करोड़ रुपये तक का लोन देने का प्रावधान रखा गया है।
2 करोड़ तक लोन कोलैटरल फ्री
आरोग्यम हेल्थकेयर बिजनेस लोन की एक खासियत यह भी है कि 2 करोड़ रुपये तक का लोन लेने वाली कंपनियों को बैंक में किसी कोलैटरल या सिक्योरिटी जमा करने की जरूरत नहीं होगी। यह लोन गारंटी स्कीम ऑफ क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट फॉर माइक्रो एंड स्मॉल इंटरप्राइजेज (CGTMSE) के तहत पूरी तरह से कवर किया जाएगा। आरोग्यम हेल्थकेयर बिजनेस लोन का प्रावधान कोविड लोन बुक के तहत किया गया है। हाल ही में रिजर्व बैंक ने कोविड राहत उपायों के तहत इस तरह के कदम उठाने का एलान किया था।