हिसार

जिले के स्कूलों में वर्षा जल संचयन के लिए व्यापक स्तर पर कार्य जारी : डीसी

हिसार,
वर्षा जल संचयन के लिए केंद्र व हरियाणा सरकार द्वारा आरंभ किए गए महत्वाकांक्षी जल शक्ति अभियान के तहत जिले के स्कूलों में व्यापक स्तर पर रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली स्थापित की जा रही है।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने बताया कि रिचार्ज बोर के जरिए बारिश के पानी का संचयन करने के लिए विभिन्न विभागों के लिए लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। वर्षा जल के संचयन से भूमिगत जल में सुधार लाने की कार्ययोजना तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि वर्षा जल हमारे लिए बेशकीमती होता है। जागरूकता की कमी के चलते बड़ी मात्रा में यह जल बर्बाद हो जाता है और किसी के काम का नहीं रहता। इसके उलट व्यर्थ में पानी बहने से कई स्थानों पर जलभराव हो जाता है और कई तरह की जलजनित बीमारियां भी फैलती हैं।
इसी दिशा में जिले के विभिन्न सरकारी भवनों में रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली स्थापित की जा रही है, इससे पानी की बर्बादी तो रूकेगी ही साथ ही भवनों को भी जल से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकेगा। ग्राम तलवंडी बादशाहपुर के प्राथमिक विद्यालय में 2.18 लाख रुपये की लागत से बने रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली का उदाहरण देते हुए उपायुक्त ने कहा कि इस प्रणाली में कार्य शुरू करने से पहले साइट को जियो टैग किया जाता है। मशीन से 100 फीट से अधिक गहरा रिचार्ज बोर किया जाता है ताकि बारिश का पानी जलभृत स्तर तक पहुंच सके। इसके उपरांत मनरेगा योजना के तहत बारिश के पानी को इक_ा करने के लिए 8&8&8 फीट आकार के गड्ड बनाए जाते हैं। छत से बारिश का पानी जमा करने के लिए पाइप भी डाली जाती हैं। उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने अधीन सरकारी भवनों में रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली स्थापित करने की दिशा में तेजी से कार्य करें।

Related posts

जनस्वास्थ्य विभाग के 75 कर्मचारियों ने यूनियन 681 में जताई आस्था : नरेंद्र धीमान

Jeewan Aadhar Editor Desk

अनुसूचित वर्ग के पात्र लाभार्थी ऋण योजनाओं का लाभ उठाएं : डॉ. प्रियंका सोनी

हिसार : फर्जी तरीके से बना DC का असिस्टेंट, 29 साल बाद हुआ खुलासा