हिसार,
हरियाणा की रहने वाली देश की प्रसिद्ध सितार वादिका कला निधि डॉ. रेणुका गम्भीर की पुस्तक ‘सितार का शिरोमणि इमदादखानी घराना’ का वर्चुअली विमोचन किया गया। इस पुस्तक का विमोचन अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सितार वादक उस्ताद पंडित हरविन्दर कुमार शर्मा, सुप्रसिद्ध सितार वादक पंडित असीम चौधरी, प्रो. डॉ. चमन लाल वर्मा, तबला नवाज उस्ताद अकरम खां साहब, प्रसिद्ध सितार वादक पंडित देबूज्योति गुप्ता ने अपने ज्ञानत्व वचनों से किया।
इस अवसर पर उस्ताद पंडित हरविन्दर शर्मा ने कहा कि यह पुस्तक सितार वादन के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगी। इस दौरान लेखिका डॉ. रेणुका गम्भीर ने बताया कि इस पुस्तक में घराने का अर्थ जन्म, विकास और इमदादखानी घराने का सितार वादन में योगदान के बारे में लिखा गया है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक सितार वादन के विद्यार्थियों के लिए एक नया सवेरा लेकर आएगी।
डॉ. रेणुका गम्भीर ने इस पुस्तक लेखन का श्रेय ईश्वर, सरस्वती मां व अपने गुरुओं, पिता गुरु प्रो. ओमप्रकाश, चाचा गुरु डॉ. विरेन्दर कुमार व गुरु उस्ताद पंडित हरविन्दर कुमार शर्मा को दिया। उन्होंने कहा कि प्रो. डॉ. चमन लाल वर्मा के सानिध्य ने इस पुस्तक को उत्कृष्ट सीमाओं तक लाकर खड़ा किया। उन्होंने प्रो. श्रीमती कमलेश सैनी का भी विशेष आभार जताया। उल्लेखनीय है कि हरियाणा की बेटी और इमदादखानी घराने की सितार वादिका डॉ. रेणुका गम्भीर जहां देश-विदेश में सितार वादन के कार्यक्रम प्रस्तुत करके वाहवाही बटोर चुकी हैं, वहीं राज्य, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें अनेक पुरस्कारों व विभिन्न उपाधियों से भी अलंकृत किया जा चुका है। इस पुस्तक के विमोचन पर देश व विदेश के जाने-माने संगीत कलाकारों, साहित्यकारों व देश के गुणीजनों ने अपना आशीर्वाद व बधाई प्रेषित की।