एचएयू में खरीफ फसलों पर व्यावसायिक प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न
हिसार,
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बीआर कम्बोज ने कहा है कि एकीकृत रोग व कीट प्रबंधन से कृषि पर होने वाले खर्च को किसान कम कर सकते हैं। साथ ही आधुनिक तकनीकों को अपनाकर अपनी आमदनी में इजाफा कर सकते हैं। इसके लिए किसान विश्वविद्यालय से जुडक़र यहां विकसित विभिन्न फसलों की उन्नत किस्मों और तकनीकों की जानकारी हासिल कर सकते हैं।
कुलपति बीआर कम्बोज सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान की ओर से खरीफ फसलों का एकीकृत रोग व कीट प्रबंधन विषय पर आयोजित ऑनलाइन व्यावसायिक प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूरे हरियाणा प्रदेश में किसानों की खेती से आमदनी बढ़ाने के लिए वैज्ञानिकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अधिक से अधिक किसानों को जागरूक करें और नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए प्रेरित करें। साथ ही वैज्ञानिक किसानों की समस्या को अपनी समस्या समझ कर उनको होने वाली हर दिक्कत का समाधान निकालें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय से जुडक़र न केवल हरियाणा बल्कि अन्य प्रदेशों के किसान भी प्रशिक्षण हासिल कर लाभाान्वित हो रहे हैं।
विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. रामनिवास ढांडा ने बताया कि संस्थान की ओर से आयोजित किए जाने वाले प्रशिक्षणों का लाभ न केवल हरियाणा बल्कि अन्य प्रदेशों के किसान भी उठा रहे हैं। संस्थान के सह-निदेशक (प्रशिक्षण) डॉ. अशोक गोदारा ने बताया कि इस प्रशिक्षण में हरियाणा के अलावा उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छतीसगढ़, उत्तराखंड, बिहार, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली इत्यादि राज्यों से 81 प्रशिक्षणार्थियों ने हिस्सा लिया।