उदयपुर में हिसार के साहित्यकार राजबाला राज हिंदी काव्य भूषण व बलजीत सिंह हिंदी साहित्य भूषण की मानस उपाधि से अलंकृत
हिसार,
स्वैच्छिक सामाजिक संस्था सजग की घटक संस्था अखिल भारतीय राज साहित्य मंच की अध्यक्षा व सजग के संस्कृति प्रकोष्ठ की प्रभारी कवयित्री राजबाला राज व उनके साहित्यकार पति बलजीत सिंह को काव्य व साहित्य में उत्कृष्ट लेखनी के लिए राजस्थान के उदयपुर स्थित श्री नाथद्वारा में सम्मानित किया गया है।
सजग के प्रदेशाध्यक्ष सत्यपाल अग्रवाल ने बताया कि 1937 से साहित्य जगत की सेवा में समर्पित व एक लाख से अधिक पुस्तकों से युक्त लाइब्रेरी वाली राजस्थान की सुप्रसिद्ध संस्था ‘साहित्य मंडल’ द्वारा श्री नाथद्वारा (उदयपुर) में तीन दिवसीय साहित्यकार सम्मान-समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर हिसार के गांव राजपुरा निवासी कवयित्री राजबाला राज को ‘हिंदी काव्य भूषण’ की मानस उपाधि और साहित्यकार बलजीत सिंह को ‘हिंदी साहित्य भूषण’ की मानस उपाधि से साहित्य मंडल के अध्यक्ष श्याम प्रकाश देवपुरा व अन्य पदाधिकारियों ने संैकड़ों लोगों की उपस्थिति में अलंकृत किया। इस समारोह में राजबाला राज की पुस्तक ‘गुलशन-ए-गज़ल’और बलजीत सिंह की पुस्तक ‘खबरदार! बाहर कोरोना है….’ पुस्तकों का विमोचन भी किया गया। विमोचन के समय जींद के वरिष्ठ साहित्यकार नरेंद्र अत्री, रामफल खटकड़ , देवदत्त देव एवं ओमप्रकाश चौहान सहित कई कवि व साहित्यकार उपस्थित थे। सजग के प्रदेशाध्यक्ष सत्यपाल अग्रवाल, उपाध्यक्ष प्रेम गर्ग, संजय गर्ग, डॉ. अशोक गर्ग, गोपाल मित्तल, मनीराम गोयल, महासचिव सत्यप्रकाश आर्य कोषाध्यक्ष रतन बंसल, प्रचार सचिव नरेंद्र गर्ग, मीडिया प्रभारी विनोद बंसल सहित अन्य पदाधिकारियों व सदस्यों ने राजबाला राज व बलजीत सिंह को बधाई दी है।