प्रशासन बिना सफाई किए ही जलघर में पानी छोडऩे को लेकर था उहापोह की स्थिति में
हिसार,
महाबीर कालोनी जलघर में 37-38 दिनों तक सफाई का काम रोकने के बाद सामाजिक कार्यकर्ता गंगापुत्र राजेश हिन्दुस्तानी की चेतावनी व अथक प्रयासों से आज फिर से सफाई काम शुरू कर दिया गया है। दो ट्रैक्टर व एक जेसीबी मशीन द्वारा लगभग 50-60 ट्रॉली गाद व गंदगी निकाली जा चुकी है और कई ट्रॉलियों का मलबा अभी जलघर में है।
राजेश हिन्दुस्तानी ने बताया कि जन स्वास्थय विभाग आधी-अधूरी सफाई व मुरम्मत के बीच ही जलघर में पानी छोडऩे की फिराक में था जैसे ही उन्हें इस बात की भनक मिली तो उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि यदि जलघर की सही ढंग से सफाई व मुरम्मत किए बिना उसमें पानी छोड़ा गया तो वे जलघर में पानी के बीच बैठ जाएंगे और जल समाधी ले लेंगे। उनकी चेतावनी को लेकर जन स्वास्थय विभाग के अधिकारी लगभग डेढ़ महीने तक असमंजस की स्थिति में रहे कि यदि पानी छोड़ा और राजेश हिन्दुस्तानी को कुछ हो गया तो यह बड़ा मुद्दा बन जाएगा जिसे देखते हुए आज फिर से जलघर की सफाई का काम शुरू कर दिया गया है। वहीं महाबीर कालोनी जलघर की सफाई, मुरम्मत व शुद्ध पेयजल की मांग पर ‘जागो मानव बनो इंसान’ संस्था के अध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता गंगापुत्र राजेश हिन्दुस्तानी के अनशन को शुक्रवार को 114 दिन हो गए हैं।
भले ही अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता हो लेकिन जन स्वास्थय विभाग का भांडा फोडक़र राजेश हिन्दुस्तानी ने लोगों को शुद्ध पेयजल दिलाने की राह में सफलता पाई। उन्होंने बताया कि चाहे समय के अभाव व अपनी मजबूरियों के चलते उनके अनशन पर समर्थन देने कम लोग पहुंचते हों लेकिन मन से लोग उनके साथ हैं और लगातार उनके अनशन को बल देते रहते हैं। अनशन पर घटती लोगों की संख्या को देखकर जन स्वास्थय विभाग ने सोचा था कि अब वे चाहे जैसे कर सकते हैं लेकिन वे बिना थके, बिना डरे, बिना रुके करो या मरो की नीति अपनाते हुए समाज सेवा के इस कार्य में लगे रहे जिसके परिणामस्वरूप जन स्वास्थय विभाग को अपना फैसला बदलना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह सच्चाई और संघर्ष की जीत है। हिन्दुस्तानी ने अपनी मांग दोहरई कि दोनों जलघरों की अच्छी तरह से सफाई व मुरम्मत करवाए तथा जलघर की दीवारों को चार से पांच फिट तथा बाहरी चारदिवारी को 10 फिट तक ऊंचा करे ताकि उसमें किसी प्रकार की गंदगी न मिले और शहर के लोगों को शुद्ध पेयजल मिलना सुनिश्चित हो। राजेश हिन्दुस्तानी के अनशन का रवि शर्मा, ज्ञान सिंह, निरंजन, देवेश, पंकज शर्मा, रामनिवास, कृष्ण वर्मा, संपत सैनी, अजय वर्मा, मनोज सोनी व सुभाष आदि ने हस्ताक्षर कर समर्थन किया।