हिसार

गैस पाईप लाईन से परेशान ग्रामीणों ने किया लघु सचिवालय के समक्ष प्रदर्शन

डीसी को ज्ञापन सौंपकर उठाई मांगे, तब तक रोका जाए पाईप लाईन का काम

किसान शांतिप्रिय कौम लेकिन उसे कमजोर न समझें : मनोज राठी

हिसार,
हांसी क्षेत्र में गैस पाईप दबाने के दौरान कंपनी अधिकारियों पर किसानों की बात न सुनने व किसानों को उनकी जमीन का उचित मूल्य न दिए जाने के रोषस्वरूप हांसी क्षेत्र के अनेक गांवों के किसानों ने हिसार में लघु सचिवालय के समक्ष प्रदर्शन किया। बाद में उपायुक्त को मांगों का ज्ञापन सौंपा गया।
प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि पिछले कुछ माह से उनके गांवों में झज्जर-हिसार गैस पाईप लाईन का काम चल रहा है। यह पाईप लाईन गांव पुट्ठी मंगलखां से होते हुए उमरा, सुलतानपुर, रामायण, ढंढेरी, भगाना व सातरोड होते हुए हिसार आ रही है। गांव भगाना में कंपनी द्वारा किसानों को जमीन का उचित मूल्य न दिए जाने से उनमें रोष है। जब किसान अपनी जमीन का उचित मूल्य मांगता है तो कंपनी के कर्मचारी पुलिस बुलाकर उनके खेतों में जबरदस्ती काम करते हैं और किसान को संतुष्ट किये बिना उन पर दबाव बनाने का प्रयास करते हैं। उन्होंने मांग की कि जब तक कंपनी कर्मचारी किसानों को संतुष्ट न करें, तब तक पुलिस भेजकर उन पर अनावश्यक दबाव न बनाया जाए। उन्होंने कहा कि आज की महंगाई के समय में जमीन का रेट अढ़ाई से तीन गुणा तक बढ़ चुका है जो कलेक्टर रेट से तीन गुणा है। उन्होंने मांग की कि 15 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से गोड़ी का मुआवजा दिया जाए, किसान को उसके पूरे एकड़ का मुआवजा दिया जाए क्योंकि उसके खेत के बीच से पाईप लाईन जाने के कारण बिना खाद पानी दिए उसके पूरे किले की फसल खराब हो जाती है और अगली फसल की बिजाई नहीं हो पाती, किसानों को तीन फसलों का मुआवजा दिया जाए, फलदार पौधों व ट्यूबवैल का अलग से मुआवजा दिया जाए, जिस किसान की ढाणी के पास से पाईप लाईन आ रही है, उसे 100 फीट दूर से निकाला जाए ताकि भोपाल गैस कांड जैसी त्रासदी से बचा जा सके, यदि किसान के मकान के पास से पाईप लाईन जाती हो तो उसे मकान व जमीन दोनों का उचित मुआवजा मिलना चाहिए।
किसानों ने कहा कि जो कंपनी गैस पाईप लाईन के लिए अधिग्रहण कर रही है, उस जमीन को किसान कोई भी मजबूरी आने पर बेच नहीं सकता और ना ही उस पर मकान बना सकता। ऐसे में हमारी मांग है कि किसान को उस 15 मीटर यानि 50 फिट जमीन की पूरी कीमत दी जाए, जो आज के समय में 35 लाख रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से आठ लाख 75 हजार रुपये बनते हैं। किसानों ने मांग की कि जब तक किसानों की उपरोक्त मांगों व समस्याओं का समाधान न हो, तब तक किसानों के खेतों में गैस पाईप लाईन का काम पूर्ण रूप से रोका जाए।
इस अवसर पर आप नेता मनोज राठी ने कहा कि गैस कंपनी के अधिकारी व कर्मचारी किसानों पर जबरदस्ती करने का प्रयास न करें। किसान शांतिप्रिय कौम है और वह किसी को अपना दुश्मन नहीं मानता, लेकिन उसे कमजोर भी नहीं समझना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्य रूप से मनोज राठी, भगाना के सरपंच शक्ति सिंह, सातबास प्रधान बलवान सिंह, प्रधान सुनील मलिक उमरा, संजय सुलतानपुर, सुनील ढंढेरी, विकास सातरोड़, भलेराम सातरोड, सोमबीर भगाना, जोगिन्द्र भगाना व सुनील कुमार सहित प्रभावित गांवों के सैंकड़ों किसान उपस्थित थे।

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