हिसार

दो दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में 423 विद्वानों ने शिक्षा, स्वास्थ्य व तकनीक पर किया मंथन

आईसीईआरटी व एफसी कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुई कॉन्फ्रेंस

वर्तमान दौर में शोध को बढ़ावा देने की जरूरत : प्रो.टंकेश्वर कुमार

हिसार,
इंटरनेशनल काऊंसिल फॉर एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेंनिंग व फतेहचंद महिला महाविद्यालय के रक्षा अध्ययन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में ट्रांसफॉर्मेशन इन एजुकेशन लैंग्वेजिज, सोशल साइंस व साइंस एंड टेक्नोलॉजी विषय पर दो दिवसीय इंटरनेशनल वेब कॉन्फ्रेंस सम्पन्न हुई। इस कॉन्फ्रेंस में मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा के कुलपति प्रो. डॉ. टंकेश्वर कुमार ने शिरकत की तो आईसीईआरटी के चेयरमैन डॉ. एसके सिंहमार ने कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता की। एफसी कॉलेज की प्राचार्या डॉ. अनीता सहरावत, राजकीय महाविद्यालय के रक्षा अध्ययन विभाग की विभागाध्यक्ष लेफ्टिनेंट डॉ. स्नेहलता व बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय रोहतक की एजुकेशन विभाग की डीन डॉ. अरुणांचल कॉन्फ्रेंस के पैटर्न रहे।
दो दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में सरोजनी रिसर्च एंड डेवलपमेंट काउंसिल मलेशिया की एग्जीक्यूटिव मेंबर डॉ. नवनीत कौर, क्वींसलैंड ऑस्ट्रेलिया से कैप्टन गीतिका सिंह, केंद्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा से डॉ. दिनेश चहल, सिंगापुर से अश्विनी, सनफ्रांसिस्को केलिफोर्निया यूएसए से मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. जसबीर लोहान व रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज के क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट एवं असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.पूनम आमंत्रित वक्ता के तौर पर मौजूद रहे। कान्फ्रेंस का संचालन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर फाइनेंस सिमरन मेहता व सीमा बब्बर ने किया। इंटरनेशनल वेब कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कुलपति प्रो.टंकेश्वर कुमार ने कहा कि वर्तमान दौर में शोध को बढ़ावा देने की जरूरत है। इस दिशा में आईसीईआरटी के प्रयास सराहनीय है।
भारत सहित 17 देशों के प्रतिनिधियों ने लिया भाग
आईसीईआरटी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पब्लिक रिलेशन डॉ. जेवाई रेड्डी ने बताया कि कान्फ्रेंस में भारत सहित फिलीपींस, मलेशिया, इंडोनेशिया, श्रीलंका, भूटान, नेपाल, कीनिया, इथोपिया, थाईलैंड, इंग्लैंड, अमेरिका, सिंगापुर, वियतनाम, बांग्लादेश, बर्मा व मॉरीशस से 423 शिक्षाविदों, चिकित्सकों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य व तकनीक पर मंथन किया। उन्होंने बताया कि कॉन्फ्रेंस में तीन तकनीकी सत्र आयोजित किए गए, जिनमें 96 रिसर्च स्कॉलर व प्रोफेसर्स ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। डॉ.अनीता गोस्वामी,डॉ. अरुणांचल व लेफ्टिनेंट डॉ. स्नेहलता ने तकनीकी सत्रों में चेयरपर्सन की भूमिका निभाई तो डॉ. सतीश कुमार, प्रो.विपुला बिश्नोई व डॉ. आरती कॉर्डिनेटर रहे। इस मौके पर विद्यार्थियों ने भी कान्फ्रेंस का लाभ उठाया।

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