हिसार,
हरियाणा के अनुसूचित जाति एवं सामान्य जाति के युवाओं के लिए लुवास में सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 22 फरवरी से किया जाएगा। इस प्रशिक्षण में पशुपालकों में संतुलित आहार व खनिज मिश्रण बनाने व उनके प्रयोग के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी जाएगी।
विभागाध्यक्ष डॉ. सज्जन सिहाग ने बताया कि पशुओं के स्वास्थ्य एवं उनके समय पर गर्भधारण होने के लिए खनिज मिश्रण एक आवश्यक आहार है, क्योंकि हरियाणा के विभिन्न जिलों में की जमीनों में कैल्शियम, आयरन, जिंक तथा अन्य खनिज लवणों की मात्रा कम है जिससे पशु चारे में भी इन आवश्यक खनिज लवणों की आपूर्ति कम होती है। प्रशिक्षण का मुख्य तीन उद्देश्य होंगे जिसमें प्रशिक्षणार्थियों को संतुलित आहार व खनिज मिश्रण के महत्व, उन्हें कैसे बनाये, उन्हें मिलावट की जाँच कैसे करे व पशु खाद्य उद्योग के बारे में अवगत व प्रेरित करना होगा। डॉ. सिहाग ने बताया की प्रशिक्षण में कुल 28 लाभार्थी होंगे जिसमे 20 अनुसूचित जाति के व 8 अन्य जाति के होंगे। इसके लिए प्रशिक्षणार्थी को 15 फरवरी से पहले पशु पोषण विभाग के प्रोफेसर एंड हेड को आवेदन करना होगा। प्रशिक्षण का लाभ उठाने व पजीकृत करवाने के लिए पशुपालक की आयु 25 से 45 व दसवीं पास होना अनिवार्य है। आवेदक को आवेदन के साथ अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र व राशन कार्ड की सत्यापित कॉपी जमा करवानी होगी।
डॉ. सिहाग ने बताया कि पशुपालक का 70 प्रतिशत खर्च आहार पर होता है और अज्ञानतावंश व आर्थिक कारणों के रहते असंतुलित आहार खिलाने के लिए मजबूर होता है। ऐसे में यह पशुओं में बहुत सारी बीमारियों से ग्रसित व उसके उत्पादन में गिरावट आती है। ऐसे में यह प्रशिक्षण पशुपालकों के लिए लाभदायक व संतुलित आहार/खनिज मिश्रण कैसे बनाए, यह बेरोजगार युवाओं के लिए स्वरोजगार का जरिया भी बन सकता है।