केंद्र व प्रदेश सरकार को एफसीआई विभाग के अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए
हिसार,
व्यापारियों की बैठक हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कॉन्फैड़ के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में अनाज मंडी में हुई। इस बैठक में अनाज मंडी में गेहूं खरीद का जायजा लिया।
व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने अपने अनाज मंडी दौरे के दौरान कहा कि एक अप्रैल से प्रदेश की अनाज मंडियों में गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है मगर गेहूं खरीद के लिए सरकार की तरफ से मंडियों में कोई भी पुख्ता प्रबंध नहीं है। प्रबंधों के तहत गेहूं खरीद, गेहूं उठान व फसल का भुगतान समय सीमा पर किया जाना चाहिए। उन्होंने सरकार से अपील की कि किसानों को गेहूं खरीद पर कम से कम 200 रुपए प्रति क्विंटल बोनस देना चाहिए। गेहूं का एमएसपी 2015 रुपए प्रति क्विंटल बहुत कम है। किसान भवन में किसानों के ठहरने, चाय-पानी व खाने की कोई भी व्यवस्था सरकार की तरफ से नहीं है। सरकार को तुरंत प्रभाव से प्रदेश के सभी किसान भवन में किसानों के ठहरने, चाय-पानी व खाने की व्यवस्था सचारु रूप से करनी चाहिए। किसान देश का अन्नदाता है और व्यापारी देश की रीड की हड्डी है। किसान व व्यापारी का चोली-दामन का साथ है।
बजरंग गर्ग ने कहा कि गेहूं व धान खरीद की उठान 24 घंटे व फसल का भुगतान 72 घंटे में सरकार को करना चाहिए। अनाज खरीद का भुगतान के साथ-साथ आढ़तियों की आढ़त व मजदूरों की मजदूरी का भुगतान भी 72 घंटे में सरकार को करना चाहिए। सरकार को फसल का भुगतान, कमीशन व पल्लेदारों की मजदूरी लेट करने पर उसका ब्याज सहित भुगतान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गेहूं खरीद को एफसीआई अधिकारी बिना सेवा शुल्क लिए अपने गोदाम में उतारने में आनाकानी कर रहे हैं। हिसार मंडी से गेहूं खरीद के दो ट्रक एफसीआई गोदाम में गए मगर एफसीआई अधिकारियों ने गोदाम में गेहूं उतारने की बजाए, उन्हें वापिस भेज दिया। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार से अपील की है कि जो अधिकारी पैसे खाने के चक्कर में गेहूं उतरवाने में आनाकानी करते हैं, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
इस अवसर पर अनाज मंडी जिला प्रधान पवन गर्ग, हिसार मंडी प्रधान रामअवतार गोयल, पूर्व प्रधान संजय गोयल, हॉस्पिटल प्रधान अनिल जैन, संरक्षक वेद जैन, मंदिर प्रधान अशोक गुप्ता, उप प्रधान संजय नागपाल, खल बिनौला एसोसिएशन के प्रधान त्रिलोक कंसल, लक्ष्मी गोयल आदमपुरिया, सुरेश गर्ग, सत्य प्रकाश आर्य आदि व्यापारी शामिल रहे।