कार्यकर्ताओं की भावना के अनुरूप लेंगे आगामी फैसला, कट जाएगी 26 साल का वनवास
वोट किसका रद्द हुआ विवेक बंसल को करना चाहिए सार्वजनिक, इसके पीछे पार्टी का बहुत बड़ा नेता शामिल
हिसार,(राजेश्वर बैनीवाल)।
विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कहा है कि कार्यकर्ताओं की राय लेकर वे उनकी भावना के अनुरूप ही आगामी फैसला लेंगे। फैसला ऐसे लेंगे कि पिछले 26 साल का वनवास कट जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के खिलाफ मतदान करके उन्हें भूपेन्द्र सिंह हुड्डा का घमंड तोड़ना था, जो 31 विधायक अपनी जेब में बता रहे थे।
कुलदीप बिश्नोई मंगलवार सायं हिसार स्थित अपने आवास पर कार्यकर्ताओं से विचार—विमर्श के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे अभी अगले कदम बारे कुछ नहीं कह सकते, हिसार में प्रदेशभर के कार्यकर्ता आए हैं और उनमें हजकां के गठन के समय जो जोश था, वही जोश आज देखा गया है। बार—बार मिले धोखों की वजह से कार्यकर्ताओं में निराशा थी लेकिन राज्यसभा चुनाव के बाद कार्यकर्ताओं जोश में हैं। उन्होंने कहा कि अभी वे आदमपुर में भी कार्यकर्ताओं से विचार—विमर्श करेंगे, उसके बाद कुछ अन्य लोगों से भी विचार—विमर्श करेंगे और फिर दो—तीन दिन बाद ऐसा फैसला लेंगे जो कार्यकर्ताओें की भावनाओं के अनुरूप हो और 26 साल का वनवास कट जाए।
क्रॉस वोटिंग के बावजूद एक अन्य वोट रद्द होने वाले विधायक बारे पूछे जाने पर कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल को यह सार्वजनिक करके बताना चाहिए, उन्हें हैरानी है कि विवेक बंसल इस बात को दबाए हुए क्यों है। उन्होंने आशंका जताई के इस प्रकरण में प्रदेश कांग्रेस का एक बहुत बड़ा नेता शामिल है, इसीलिए ये केवल कुलदीप बिश्नोई को पदों से मुक्त करके पूरे प्रकरण पर पर्दा डालना चाहते हैं। उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि पार्टी ने उन्हें पदों से मुक्त किया है, पार्टी से नहीं लेकिन अब कार्यकर्ताओं की भावना के अनुसार वे आगामी फैसला लेंगे।
इससे पहले कुलदीप बिश्नोई अपने हिसार स्थित आवास पर प्रदेशभर से आए कार्यकर्ताओं व समर्थकों से विचार—विमर्श किया। किसी ने उन्हें भाजपा में जाने की सलाह दी तो किसी ने कांग्रेस में ही रहने की सलाह दी। किसी ने यह भी कहा कि दोनों ही दलों से हम धोखा खा चुके हैं, इसलिए सतर्क होकर फैसला किया जाए, ताकि कार्यकर्ता बार—बार निराश न हो। इस अवसर पर कुलदीप बिश्नोई की माता एवं पूर्व विधायक जसमा देवी ने कार्यकर्ताओं की बीच पहुंचकर उन्हें आशीर्वाद दिया।