हिसार

अमरजीत कौर ने योग दिवस को बताया निरोग दिवस

पूरे परिवार के लिए योग को बनाया दिनचर्या का हिस्सा

हिसार,
मिलन फाउंडेशन, न्यास की अध्यक्ष व योग शिक्षिका अमरजीत कौर ने आठवें विश्व योग दिवस के अवसर पर नियमित रूप से सुंदर नगर के योग पार्क मे कक्षा संचालित की। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आठवें संस्करण की थीम “योग फॉर ह्यूमैनिटी” है। “मानवता के लिए योग”, इस थीम पर ही दुनियाभर में योग दिवस मनाया जाएगा।
अमरजीत कौर ने योग दिवस का महत्व और इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को विश्व योग दिवस मनाने की घोषणा की थी। इसके बाद साल 2015 में 21 जून को दुनियाभर में योग दिवस मनाया गया और ये सिलसिला अभी तक जारी है। हांलाकि, भारत में योग का इतिहास बहुत पुराना है।
21 जून को ही क्यों मनाते हैं योग दिवस
21 जून को ही क्यों मनाते हैं योग दिवस, इस बारे में अमरजीत कौर ने बताया कि दरअसल, 365 दिनों में से 21 जून सबसे लंबा दिन होता है। इसकी वजह यह है कि इन दिन उत्तरी गोलार्द पर सूरज की सबसे ज्यादा रोशनी पड़ती है। इस दिन सूरज जल्दी निकलता है और देरी से ढलता है। साथ ही इस दिन सूरज से मिलने वाली ऊर्जा सबसे ज्यादा प्रभावी होती है, जो प्रकृति की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती है।
इस अवसर पर अमरजीत कौर ने योग साधकों को बधाई देते हुए कहा की आज योग संसार के कोने—कोने मे फैल गया है। विश्व भर के लोग इसे केवल स्वास्थ्य के लिए ही नहीं बल्कि मानसिक शांति के लिए योग को अपना रहे हैं। आज विश्व योग दिवस पूरे भारत के अलावा विश्व के अनेक देशों मे भी मनाया जा रहा है। इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि योग को हर उम्र का व्यक्ति कर रहा है। आज का दिन हर भारतवासी के लिए गौरव का दिन, मानवता के लिए योग के लिए आज का दिन समर्पित। उन्होंने योग दिवस को निरोग दिवस कहते हुए बताया कि लक्ष्य को साधने के लिए निरोगी शरीर जरूरी।
अमरजीत कौर ने बताया कि योग उनके पूरे परिवार की ही दिनचर्या का हिस्सा है। सुबह एक घंटे का योग पूरा दिन शरीर मे सफूर्ति व ताजगी रखता है। योग करने वाला व्यक्ति धैर्यशील हो जाता है, वह जीवन मे आने वाले दुःख—सुख के उतार चढ़ाव से विचलित नहीं होता, समभाव और सदभाव से अपना जीवन जीता है, जिससे उसके जीवन मे गतिशीलता और विवेक की भावना जीवित रहती है। अमरजीत कौर योग विषय मे पीएचडी कर रही है, अमरजीत कौर के साथ उनके पति डॉ. बलकार सिंह, बच्चे व परिवार के लोग भी नियमित रूप से योग करते है। अमरजीत कौर के योग से संबंधित लेख विभिन्न पत्र—पत्रिकाओं मे भी छपते रहते है। सामाजिक कार्यों के लिए अमरजीत कौर को हरियाणा के राज्यपाल, मुख्यमंत्री व जिला प्रशासन द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है।

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