परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 526 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskMay 3, 2025May 3, 20250
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 525 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskMay 2, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—524 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—524Jeewan Aadhar Editor DeskMay 1, 2025May 1, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—523 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—523Jeewan Aadhar Editor DeskApril 30, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—522 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—522Jeewan Aadhar Editor DeskApril 29, 2025
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से-12Jeewan Aadhar Editor DeskMay 30, 2017November 30, 2023 May 30, 2017November 30, 2023 अहंकार कई प्रकार के होते हैं, इसके अनेक रुप हैं। बड़प्पन का अहंकार, धन का अहंकार, सुंदरता का अहंकार, परिवार का अहंकार तथा जवानी का...
धर्मओशो : कृष्ण स्मृतिJeewan Aadhar Editor DeskMay 29, 2017 May 29, 2017 मैंने सुना है कि एक बगीचे में एक छोटा सा फूल—घास का फूल—दीवाल की ओट में ईटों में दबा हुआ जीता था। तूफान आते थे,...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से-11Jeewan Aadhar Editor DeskMay 29, 2017November 29, 2023 May 29, 2017November 29, 2023 एक जंगल में एक शेर रहता था। वो अब कुछ बूढा हो चुका था। वो अकेला ही रहता था। कहने को वो शेर था लेकिन...
धर्मओशो : समाधिJeewan Aadhar Editor DeskMay 28, 2017 May 28, 2017 एक सूफी कहानी है। एक फकीर एक वृक्ष के नीचे ध्यान करता है। रोज एक लकड़हारे को लकड़ी काटते ले जाते देखता है। एक दिन...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से-10Jeewan Aadhar Editor DeskMay 28, 2017November 29, 2023 May 28, 2017November 29, 2023 एक घने जंगल में एक बड़ा-सा नाग रहता था। वह चिड़ियों के अंडे, मेढ़क तथा छिपकलियों जैसे छोटे-छोटे जीव-जंतुओं को खाकर अपना पेट भरता था।...
धर्मओशो: स्त्री के रहस्यJeewan Aadhar Editor DeskMay 27, 2017 May 27, 2017 स्त्री जन्म-जन्म तक अपने प्रेमी की प्रतीक्षा कर सकती है; पुरुष नहीं कर सकता। पुरुष प्रतीक्षा जानता ही नहीं है। पुरुष के मन की जो...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से-6Jeewan Aadhar Editor DeskMay 27, 2017November 25, 2023 May 27, 2017November 25, 2023 एक बार एक समुद्र के किनारे कुछ बच्चे रेत में खेल रहे थे | कोई दौड़ लगा रहा था, तो कोई फुटबाल से खेल रहा...
धर्मओशो: मरो है जोगी मरोJeewan Aadhar Editor DeskMay 26, 2017 May 26, 2017 आदमी चलता ही रहता है हार में, जीत में; सफलता में, असफलता में; प्रेम में, विरह में। वह क्या है जो उसे चलाए रखता है?...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद के प्रवचनों से-3Jeewan Aadhar Editor DeskMay 26, 2017November 21, 2023 May 26, 2017November 21, 2023 एक सन्यासी थे जो हिमालय पर रहते थे। वह बिना किसी रोक टोक के सब जगह जाते थे। लोग उनका प्रेम से स्वागत करते थे।...
धर्मओशो की वाणीJeewan Aadhar Editor DeskMay 25, 2017 May 25, 2017 “तुम माँ के पेट में थे नौ महीने तक, कोई दुकान तो चलाते नहीं थे, फिर भी जिए। हाथ—पैर भी न थे कि भोजन कर...