परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—522 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—522Jeewan Aadhar Editor DeskApril 29, 2025April 29, 20250
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—521 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—521Jeewan Aadhar Editor DeskApril 28, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—520 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—520Jeewan Aadhar Editor DeskApril 26, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—519 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—519Jeewan Aadhar Editor DeskApril 26, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 518 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskApril 25, 2025
धर्मओशो : कैव्लय उपनिषद 191Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 5, 2017 November 5, 2017 एक चित्रकार सोचता है मैं मिट ही जाऊंगा, मेरे चित्र तो रहेंगे। मूर्तिकार सोचता है,मैं मिट जाऊंगा , मेरी मूर्ति तो रहेगी। संगीतज्ञ सोचता है,...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—44Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 5, 2017January 1, 2024 November 5, 2017January 1, 2024 एक बार दुर्योधन इन्द्रप्रस्थ महल देखने गया, बहुत ही सुन्दर कारीगरी से बना हुआ था, जल के स्थान पर स्थल और स्थल के स्थान जल...
धर्मओशो : लोभJeewan Aadhar Editor DeskNovember 5, 2017 November 5, 2017 एक सूफी फकीर औरत हुई है रबिया। रबिया एक दिन गुजरी है गांव से, एक हाथ में पानी का एक बर्तन और एक हाथ में...
धर्मस्वामी राजदास : पकड़ छोड़कर तो देखोJeewan Aadhar Editor DeskNovember 5, 2017 November 5, 2017 एक अंधेरी रात में एक पहाड़ के कगार से एक व्यक्ति गिर गया। अंधेरा था भंयकर। नीचे खाई थी बड़ी। जड़ों को पकडक़र किसी वृक्ष...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—43Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 5, 2017December 31, 2023 November 5, 2017December 31, 2023 जो जीव परमात्मा से विमुख हो, उसमें आस्था न रखता हो, जो नास्तिक हो उसका संग छोड़ देना चाहिए। जो शराबी है , जुआरी है,...
धर्मश्री जम्भेश्वर शब्द वाणी—51Jeewan Aadhar Editor DeskJune 30, 2017 June 30, 2017 शब्द-51 ओ३म्- सप्त पताले भुय अंतर अंतर राखिलो, म्हे अटला अटलूं। अलाह अलेख अडाल अजूनी शिंभू, पवन अधारी पिंडजलूं। भावार्थः- इस शरीर के अन्दर ही...
धर्मओशो : निंदा रसJeewan Aadhar Editor DeskJune 30, 2017 June 30, 2017 तीन आदमी जा रहे हैं और एक भीख मांगने वाला सामने खड़ा हो जाए और उन तीन में से एक आदमी पैसे निकाल कर भिखमंगे...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—42Jeewan Aadhar Editor DeskJune 30, 2017December 30, 2023 June 30, 2017December 30, 2023 एक बार एक किसान शेर,बकरी और एक घास की गट्ठरी लेकर जंगल से गुजर रहा था। रास्ते में उसे नदी को पार करना था ।...
धर्मओशो : साधनाJeewan Aadhar Editor DeskJune 29, 2017 June 29, 2017 एक युवक एक सूफी फकीर के पास जाता था। रस में डूबने लगा। मस्ती भरने लगी। भाव उठने लगा कि हो जाए वह भी फकीर।...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—41Jeewan Aadhar Editor DeskJune 29, 2017December 29, 2023 June 29, 2017December 29, 2023 एक राजा था, उसकी एक बेटी मीरा थी। मीरा की मां की मौैत छोटी उम्र में ही हो गई थी। इसके चलते उसके पिता को...