परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—662 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—662Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 16, 2025September 16, 20250
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—661 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—661Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 15, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 660 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 14, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 659 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 13, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से —658 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से...Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 12, 2025
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—32Jeewan Aadhar Editor DeskJune 20, 2017December 20, 2023 June 20, 2017December 20, 2023 एक गांव में भोला नाम का एक आदमी रहता था। वो पढ़ा -लिखा नहीं था और बहुत ही सीधा–साधा था। वह अक्सर लोगों को चश्मा...
धर्मओशो:कठोपनिषदJeewan Aadhar Editor DeskJune 19, 2017 June 19, 2017 फ्रायड जैसे मनोवैशानिक तो कहते हैं कि परमेश्वर की धारणा पिता की धारणा का ही विस्तार है, उसका ही प्रक्षेप है। जो बच्चे पिता के...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—31Jeewan Aadhar Editor DeskJune 19, 2017December 19, 2023 June 19, 2017December 19, 2023 एक बहुत अमीर बूढ़ा आदमी था। उसे अपने चित्र बनाने का बहुत ज्यादा शौंक था। एक बार उसने एक चित्रकार से अपना चित्र बनाने के...
धर्मओशो: द पैशन फॉर द इम्पॉसिबलJeewan Aadhar Editor DeskJune 18, 2017 June 18, 2017 सुबह उठते ही पहली बात, कल्पना करें कि तुम बहुत प्रसन्न हो। बिस्तर से प्रसन्न-चित्त उठें – आभा-मंडित, प्रफुल्लित, आशा-पूर्ण – जैसे कुछ समग्र, अनंत...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से-29Jeewan Aadhar Editor DeskJune 18, 2017December 17, 2023 June 18, 2017December 17, 2023 एक समय की बात है, एक पहाड़ी पर एक काली चिड़िया रहती थी । काली चिड़िया के घोंसले में उसके दो बच्चे थे। एक दिन...
धर्मओशो : आंनद-समर्पणJeewan Aadhar Editor DeskJune 17, 2017 June 17, 2017 अगर पाप होता तो तुम न होते! पाप होता तो ऋषि-मुनि, महर्षि न होते! पाप होता तो बुद्ध, महावीर न होते! पाप से बुद्ध और...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—28Jeewan Aadhar Editor DeskJune 17, 2017December 16, 2023 June 17, 2017December 16, 2023 बहुत समय पहले की बात है। एक बहुत बड़ा और घना जंगल हुआ करता था। गर्मियों के दिन थे जंगल में जानवरों की पहल कदमी...
धर्मओशो : गीता दर्शन भाग-3Jeewan Aadhar Editor DeskJune 16, 2017 June 16, 2017 भगवान बुद्ध के आखिरी छ: महीने बहुत पीडा में बीते। पीड़ा में उनकी तरफ से,जिन्होंने देखा; बुद्ध की तरफ से नहीं। बुद्ध एक गांव में...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—27Jeewan Aadhar Editor DeskJune 16, 2017December 15, 2023 June 16, 2017December 15, 2023 एक समय की बात है के एक गांव में एक किसान रहता था जिसके दो पुत्र थे कर्म और धर्म। कर्म अक्सर बहुत ज्यादा मेहनत...
धर्मओशो-संतो मगन भया मन मेराJeewan Aadhar Editor DeskJune 15, 2017 June 15, 2017 मैंने सुना है, एक बिल्ली इंग्लैंड की यात्रा को गयी। जब लौट कर आयी तो बिाल्लियों ने उसे घेर लिया और कहा—क्या देखा, इंग्लैंड में...