हिसार,
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग दास गर्ग ने आरोप लगाया है कि सरकारी अधिकारियों ने गेहूं उठान के ठेके में करोड़ों रुपयों की हेराफेरी करके सरकार को चपत लगाई है। उन्होंने कहा प्रदेश की लगभग सभी मंडियों में गेहूं उठान का कार्य मंडी आढ़ती एसोसिएशन को देने की बजाय 200 से लेकर 300 प्रतिशत ज्यादा रेट में अपने चहेतों को दिया गया है। आदमपुर मंडी में व्यापार मंडल ने गेहूं उठान का टेंडर 269 रूपए का भरा था लेकिन खाद्य आपूर्ति विभाग ने यह ठेका अपने निजी स्वार्थ के लिए अपने चहेतों को 740 रुपए में दे दिया।
बजरंग दास गर्ग के मुख्य आरोप और मांग
आदमपुर और नारनौंद में गेहूं उठान ठेके में सरकार को लगी करोड़ों की चपत
मंडी में पड़ी गेहूं और सरसों बारिश से भीगने पर किसानों को दिया जाए मुआवजा
गेहूं पर सरकार तुरंत प्रभाव से करे 300 रुपए का बोनस घोषित
गेहूं उठान में देरी होने पर ठेकेदार को लगे जुर्माना
इसी प्रकार नारनौंद में आढ़ती एसोसिएशन का 290 रुपए रेट था मगर अधिकारियों ने अपने चहेतों को ये ठेका 550 रूपए में दे दिया। अधिकारियों ने ठेकेदारों से पैसों का लेनदेन करके अपने चहेतों को ठेके देकर सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया है। सरकार को गेहूं उठान में दिए गए ठेकों की उच्च स्तरीय जांच करवा कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
सरकारी अधिकारी ऊपर का दबाव बताकर गेहूं उठान के नाम पर जो करोड़ों रुपए का गबन कर रहे हैं उन पर मुकदमा दर्ज करवा कर सरकार को नुकसान की भरपाई करनी चाहिए। हकीकत यह है कि गेहूं उठान के ठेकेदार गेहूं उठान में देरी करके बाद में आढतियों से गेहूं उठान के नाम पर 5 रूपए से लेकर 10 रूपए तक कट्टा वसूलते हैं, जो आढ़तियों पर दोहरी मार है।
वहीं व्यापारियों व किसानों का प्रतिनीधि मंडल बजरंगदास गर्ग से मिला। प्रतिनीधि मंडल ने बताया कि सरकार की लापरवाही के आंधी व बारिश के कारण मंडी में आई किसानों की गेहूं व सरसों खराब हो गई। उन्होंने मंडी पड़ी फसल के खराब होने का मुआवजा सरकार से दिलाने की मांग की। व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने कहा कि मंडियों में 1 अप्रैल से गेहूं की सरकारी एजेंसियों द्वारा खरीद ना करने व सरकारी एजेंसियों द्वारा गेहूं खरीद के पुख्ता प्रबंध ना करने के कारण आज मंडिया गेहूं से भरी हुई है। यहां तक कि गेहूं खरीद से पहले लकड़ी की कैरेट, तिरपाल, वारदाना, गेहूं उठान व सफाई की व्यवस्था सुचारु रुप से सरकार को करनी चाहिए थी लेकिन सरकार ने उचित व्यवस्था नहीं की।
प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने कहा कि आंधी व बारिश के कारण प्रदेश में किसानों की गेहूं व सरसों जो खराब हुई है उसका पूरा मुआवजा तुरंत प्रभाव से देना चाहिए। केंद्र व प्रदेश सरकार को गेहूं खरीद पर 300 रूपए प्रति क्विंटल के हिसाब से किसानों को बोनस दिया जाए और किसानों की गेहूं खरीद के साथ-साथ मंडियों से गेहूं उठान के भी पुख्ता प्रबंध भी सरकार तुरंत प्रभाव से करें।