हिसार

नन्हे-मुन्नों का लाडला, दुष्यंत चौटाला अब चलाएगा हिसार में अपनी पाठशाला!

हिसार(राजेश्वर बैनिवाल)
भारत के इतिहास के अब तक के सबसे कम उम्र के युवा सांसद होने का सौभाग्य जहां एक तरफ दुष्यंत चौटाला को मिला, वहीं दूसरी और उन्होंने अपने लोकसभा क्षेत्र व आसपास के स्कूलों के 20000 से अधिक विद्यार्थियों को भारत की संसद का भ्रमण करवा कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। जहां आधुनिक युग में राजनेता सिर्फ वोटों की राजनीति करते हैं वहीं दूसरी ओर दुष्यंत ने सभी क्षेत्रों में समान रुप से कार्य करते हुए विश्व में अपनी अलग पहचान बनाई और खास तौर से लोकप्रिय सांसद होने की।

18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के मनपसंद दुष्यंत भैया हो गए
पुरानी परिपाटियों को पीछे छोड़ दुष्यंत चौटाला जहां एक ओर लगातार अपनी पढ़ाई को जारी रखते हुए कानून संकाय में एल.एल.एम. की डिग्री पूरी करने की तैयारी कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्राथमिक कक्षा तक के अपने लाडले छात्र छात्राओं के लिए एक अनोखी पाठशाला शुरू करने जा रहे हैं जिसमें लगभग 15000 विद्यार्थी पढ़ेंगे। इस पाठशाला में बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ नानी एवं दादी की कहानियां भी पढ़ेंगे। मोबाइल देवता के गुण-दोष के साथ-साथ संस्कार भी सीखेंगे। एक जून से शुरू हो रहे नए शैक्षणिक सत्र के पहले दिन ही कुछ इस तरह की किताबें स्कूलों में बच्चे को पढऩे को मिलेंगी।
दरअसल सांसद दुष्यंत चौटाला अपने सांसद निधि कोष से 125 स्कूलों में प्राइमरी तक के बच्चों के लिए एक मिनी लाइब्रेरी उपलब्ध करवा रहे हैं। लाइब्रेरी की इन किताबों को प्राइमरी स्कूलों में भेजने के पीछे सांसद का मानना है कि जब तक नींव मजबूत नहीं होगी तब तक अच्छी इमारत खड़ी नहीं हो सकती।

बकौल सांसद जब वे गांव एवं शहरों के सरकारी स्कूलों में निरीक्षण के लिए गए, तो वहां यह पाया कि दसवीं के विद्यार्थी भी न तो ठीक तरह से हिंदी बोल पाते और न हीं अंग्रेजी। दुष्यंत ने बताया कि पिछले काफी समय से अपनी लोकसभा एवं प्रदेश के कई अन्य सरकारी स्कूलों जाकर प्राथमिक शिक्षा के तौर तरीकों का अध्ययन किया था। इनमें से एक बात उभरकर सामने आई कि प्राइमरी तक बच्चों को अगर अच्छी किताबें पढऩे को मिले तो न केवल वह पढ़ाई में निपुण होंगे बल्कि उनका सामान्य ज्ञान भी बढ़ेगा।

सांसद ने बताया कि किताबें खरीदने से पहले शिक्षा विभाग के कुशल अध्यापकों की एक कमेटी ने जगह जगह जाकर अलग-अलग प्रकाशकों की किताबें देख कर रिपोर्ट सौंपी और बताया कि यह किताबें प्राइमर तक के बच्चों के लिए रामबाण साबित होंगी। इस कमेटी ने प्राथमिक शिक्षा के विद्यार्थियों के लिए जहां एक ओर मोबाइल देवता नाम की किताब का चयन किया, वहीं दूसरी ओर अंग्रेजी शिक्षा के लिए व्याकरण में अंग्रेजी बोलचाल से संबंधित किताब का चयन किया। इस कमेटी ने अच्छे खानपान और संतुलित भोजन से संबंधित भी एक पुस्तक का चयन किया है। कमेटी ने गमले में लगने वाली सब्जियों तथा अन्य सामान्य ज्ञान की किताबों का चयन भी प्राथमिक शिक्षा स्तर के विद्यार्थियों के लिए क्या है। सांसद चौटाला ने बताया कि कमेटी की रिपोर्ट आते ही उन्होंने 125 स्कूलों के लिए 13625 किताबें खरीदने के आदेश दे दिए हैं।

सांसद ने विश्वास जताया है कि प्रत्येक स्कूल में 109 किताबों की एक लाइब्रेरी पहुंचने से ग्रामीण परिवेश के बच्चों का आधार मजबूत होगा तथा वे पढ़ाई के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी आगे बढ़कर देश एवं प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।

अब बने गांव में न्यूज इंफॉर्मर..अपने गांव के समाचार प्रकाशित करवाये और रखे अपने गांव को सदा आगे..ज्यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।

जॉब की खोज में है.. और वेतन भी अच्छा चाहिए तो…मार्केटिंग के क्षेत्र में आईए..अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।

जीवन आधार पत्रिका यानि एक जगह सभी जानकारी..व्यक्तिगत विकास के साथ—साथ पारिवारिक सुरक्षा गारंटी और मासिक आमदनी और नौकरी भी..अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।

Related posts

लोगों ने मुख्यमंत्री से की सडक़ निर्माण की मांग

हिसार जिले में कोरोना संक्रमण के 93 नए मामले, 267 संक्रमित रिकवर

सरकार की गलत नीतियों से पंजाब की तरह ‘उड़ता हरियाणा’ बन जाएगा प्रदेश : इन्दल