हिसार,
झुलसाने वाली गर्मी का असर अब इंसानों के साथ ही सब्जियों पर भी पड़ने लगा है। गर्मी से सब्जियों की बेल नष्ट होने की वजह से कई सब्जियों के दाम 15 दिनों में दोगुने तक हो गए हैं। हरी सब्जियों के दाम में भी बढ़ोतरी हुई है। गर्मी के सीजन में आमतौर पर सीजनल सब्जियों की आवक कम होने लगती है। मंडी में आवक घटने से सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं।
सब्जी विक्रेता सुरेश के अनुसार गर्मी से बेल वाली सब्जियों के दाम सबसे ज्यादा बढ़े हैं। इसकी वजह गर्मी के चलते बेलों को पहुंचने वाला नुकसान है। हालांकि, आलू की कीमत 20 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर बनी हुई हैं और यह लोगों के लिए राहत की बात है। वहीं, प्याज, भिंडी, शिमला मिर्च और टमाटर के रेट तक बढ़ गए हैं। खरीदारों का कहना है कि खाने का जायका बनाए रखने के लिए टमाटर और प्याज तो लेना ही है। बाकी सब्जियों में भले ही कटौती करें।
‘सब्जी है तो सलाद नहीं’
सब्जी विक्रेता राजू ने बताया कि अभी सब्जियों के दामों में गिरावट की संभावना नहीं हैं। अब जो रेट एक बार चढ़ गए हैं, यह लंबे समय तक बने रह सकते हैं। इससे कम दाम होने की संभावना अभी नहीं हैं। मॉनसून में अधिक बारिश होने पर बची बेल भी नष्ट हो सकती हैं। इससे सब्जियों की आवक घटेगी और दाम बढ़ सकते हैं।
सब्जी अभी का रेट पहले का रेट
भिंडी “40 “20
आलू “20 “10
टमाटर “20 “10
फूल गोभी “70 “30
मटर “80 “60
घीया “30 “20
पेठा “20 “15
तोरी “40 “20
खीरा “40 “20