हिसार

जमकर बरसे बदरा, हर हिस्सा जलमग्न..कार नाले में गिरी—विडियों देखे

हिसार।


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हिसार व आसपास के क्षेत्र में बुधवार को जमकर बारिश हुई। शाम 6 बजे तक 103.8 एमएम बारिश हो चुकी थी और रूक-रूककर बूंदाबांदी अभी जारी है। मौसम वैज्ञानिकों ने 1 जुलाई तक अच्छी बारिश की संभावना जताई है। सुबह लगभग 12 बजे शुरू हुई हल्की बरसात धीरे-धीरे गति पकड़ती गई और अढ़ाई जब तक लगातार जोरों से बारिश होती रही।
आफत बन गई बारिश
प्री-मानसून ने आज शहरवासियों को गर्मी से तो राहत दी, मगर प्रशासनिक अधिकारियों की बदइंतजामी के चलते प्री-मानसून की पहली बारिश शहरवासियों के लिए आफत बन गई।इस झमाझम बारिश से पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सीवरेज और बरसाती नाले की साफ-सफाई सही तरीके से नहीं होने के कारण शहर की तमाम सड़कें पानी से लबालब भर गईं। शहर के हर सेक्टर, कॉलोनी और बाजार की सड़कों पर पानी ही पानी भर गया। हैरत की बात है कि शहर के सब्जी मंडी और पुराने रेलवे ओवरब्रिज पर भी जलभराव की स्थिति रही। वहीं जिन मार्गों पर निर्माण कार्य चल रहा था, वहां जलभराव की स्थिति में बेसहारा पशु उनमें गिर गए तथा वाहन चालक भी हादसे के शिकार बने।

जलभराव न होने के दावों की खुली पोल
करीबन दस दिन पूर्व सांसद दुष्यंत चौटाला ने दिशा की बैठक में शहर के विभिन्न मार्गों पर जलभराव की समस्या के बारे में जवाब-तलब किया था। इस पर संबंधित विभाग के अधिकारियों ने दावा किया था कि अगली बारिश से पहले जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए वे पूरी तैयारी कर लेंगे और शहर की किसी भी सड़क पर जलभराव नहीं होगा। स्थिति इससे बिल्कुल विपरीत रही। आज केवल तीन घंटे में हुई 74.7 एमएम बारिश के दो घंटे बाद भी शहर का कोई मुख्य मार्ग और कोई भी कॉलोनी जलभराव की परेशानी से अछूती नहीं रही।
किसानों के खिले चेहरे
मौसम की इस बरसात से किसानों के चेहरे खिले दिखाई दिये हैं और इस बरसात को उनकी फसल के लिए फायदेमंद माना जा रहा है। हरियाणा कृषि विश्व​विद्यालय के कृषि मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान किसानों को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। विभाग के अनुसार धान की खेती करने वाले किसान पनीरी खेतों में लगा सकते है। नरमा—कपास के खेतों में किसान बारिश का पानी को ज्यादा देर तक खेत में खड़ा न रहने दे। ग्वार,बाजरा और मक्की की बिजाई किसान वर्तमान समय में बिजाई न करे। 2 जुलाई के बाद ही किसान अपने खेतों में बिजाई करे। पशुपालकों को इस मौसम में पशुओं के स्वास्थ और दूध उत्पादकता को बढ़ाने के लिए 50 ग्राम नमक और 50 से 100 ग्राम खनिज हरे चारे या बरसीम के साथ मिलाकर देना चाहिए।

अनुमान से अधिक बारिश के कारण दिक्कत
सीपीएस डा. कमल गुप्ता का कहना है कि हिसार शहर में पानी निकासी के प्रबंध पिछले सालों की तुलना में बहुत अच्छे किए गए है। लेकिन हिसार की बरसाती लाइन की क्षमता 8.8 एमएम बारिश की है। आज एक ही दिन में क्षमता से 13 गुणा अधिक बरसात हो गई। इसके चलते जलभराव की स्थिती देखने को मिली है। लेकिन लगातार लाइन के चलने से ये पानी भी 3 से 4 घंटे में निकल जायेगा।

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