फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
उपायुक्त डॉ जेके आभीर ने कहा कि जिला में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, प्रधानमंत्री बेटी बचाओ योजना के नाम पर लोगों से आवेदन भरवाकर उनसे पैसे एठने का अंदेशा है। इस गिरोह में सक्रिय लोग आवेदन पत्र को सरपंच से सत्यापित करवाने को भी कहते हैं। उपायुक्त ने जिला की विभिन्न ग्राम पंचायतों के सरपंचों को सख्त हिदायत जारी करते हुए कहा है कि वे ऐसे किसी आवेदन पत्र को बिना किसी जांच के सत्यापित न करें।
उन्होंने जिलावासियों से भी आग्रह किया है कि वे सरकारी योजनाओं के नाम पर ठगी करने वाले लोगों से सावधान व सजग रहे तथा ऐसे लोगों के बारे में प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस को तुरंत सूचना दें। उन्होंने बताया कि कुछ असामाजिक तत्व, लालची तथा दलाल लोग आमजन मानस को भ्रमित व गुमराह करके लाभार्थियों से नाजायज पैसे वसूल करते हैं, जो गैर कानूनी है। ऐसे लोगों के बारे में तुरंत प्रशासन व पुलिस को अवगत करवाए ताकि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर नियमोंनुसार कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जा सके।
डॉ आभीर ने बताया कि सरकारी योजनाओं में प्रार्थी को लाभ देने के लिए किसी प्रकार का कोई लेनदेन नहीं होता। इसलिए पंच-सरपंच, नंबरदार या कोई भी फर्जी सामाजिक-धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों व फोटोस्टेट की दुकानों तथा दलाल आदि लाभार्थियों से पैसे की वसूली करता है या किसी प्रकार का कोई प्रलोभन देता है तो उसकी सूचना तुरंत जिला प्रशासन, पुलिस, संबंधित विभाग के अधिकारियों को दे, ताकि समय पर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जा सके। उन्होंने कहा कि अनजान व्यक्ति तथा प्रलोभन देने वाले व्यक्तियों को अपने दस्तावेज भी न दें।
उन्होंने बताया कि नागरिकों को उपलब्ध करवाई जा रही विभिन्न प्रकार की योजनाओं के तहत नकद वितरण का कोई प्रावधान नहीं है, न ही ऐसी कोई भी स्कीम सरकार की ओर से लागू की गई है। प्राय: देखने में आया है कि कुछ अनाधिकृत साईटें, संस्थाएं, गैर सरकारी संस्थाएं व निजी तौर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्कीम, समाज कल्याण, जिला कल्याण, पंचायत विभाग, डीआरडीए, पेटीएम, ऑनलाईन बैंक खाते खुलवाने आदि अन्य विभागों के तहत नकद प्रोत्साहन के नाम पर आवेदन मांगते हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे कुछ व्यक्ति, संस्थाएं, ऑनलाईन पोर्टल पर नकद राशि देने का भरोसा देकर इस योजना के तहत आम जनता के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। इस प्रकार से धोखाधड़ी करने वाले या बढ़ावा देने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि वे ऐसी योजनाओं के नाम पर हो रही धोखाधड़ी के शिकार न बनें या पैसे का भुगतान न करें या व्यक्तिगत जानकारी (आधार कार्ड, बैंक वितरण, फोन नंबर, ई-मेल आईडी या किसी अन्य) का खुलासा न करें। नागरिकों को ऐसे व्यक्ति या संस्था, जो इस प्रकार की धोखाधड़ी कर रहे हैं, उसकी सूचना अपने नजदीकी पुलिस थाना व संबंधित विभाग के अधिकारियों को दें। उन्होंने लोगों से यह भी आग्रह किया कि वे इस सूचना को अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और उन सभी जो आपके संपर्क में आते हैं, को इस तरह की धोखाधड़ी योजनाओं के खिलाफ सतर्क करें। उपायुक्त ने संबंधित विभाग को भी इस मामले में नागरिकों को जागरूक करने व सतर्क रहकर ऐसे ठगों के प्रति भोलीभाली जनता को गुमराह करने वाले लोगों का पता लगाने और उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की हिदायत दी है। आम जनता भी पुलिस को इस बारे सूचित कर सकती है। इसके अलावा 01667-230001, 02, 230007, 9416244919 आदि दूरभाष नंबरों पर सूचना दे सकते हैं। ऐसे असामाजिक तत्वों से कानूनी सख्ती से निपटा जाएगा।