फतेहाबाद

पंचायतों के लिए कपड़े के मास्क बना रही स्वयं सहायता समूह की महिलाएं, 90 हजार मास्क वितरित

अटल कैंटीन पर फ्री में दिया जा रहा भरपेट भोजन, 8 गांवों के गन्ना उत्पादक किसानों के लिए गांव में ही लगवाया धर्मकांटा

जिला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा डोर-टू-डोर हो रही स्क्रीनिंग
फतेहाबाद
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते देश भर में किए गए लॉकडाउन के चलते आम नागरिकों, किसानों व जरूरतमंदों तथा प्रवासियों को किसी प्रकार की परेशानी न आए, इसके लिए सरकार व जिला प्रशासन ने व्यापक प्रबंध किए हैं। लोगों की सुरक्षा के लिए जहां हरियाणा राज्य आजीविका मिशन की महिलाएं नो प्रोफिट नो लॉस पर कपड़े के मास्क बना रही हैं वहीं कोई भी जरूरतमंद भूखा न रहे, इसके लिए शहर की अनाज मंडी में बनाई गई अटल किसान मजदूर कैंटीन पर रोजाना 500 से भी अधिक जरूरतमंदों को फ्री में भरपेट भोजन दिया जा रहा है।
इतना ही नहीं लॉकडाउन में जिले के किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए गेहूं व सरसों के सीजन को देखते हुए जहां एडिशनल परचेज सेंटर बनाए गए हैं, वहीं गन्ने की खेती करने वाले किसानों के लिए उनके गांव से ही गन्ने की खरीद करने का निर्णय लिया गया है। जिला को कोरोना जैसी महामारी से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार जिला भर में डोर-टू-डोर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग कर रही हैं।
90 हजार मास्क बना चुकी समूह की महिलाएं, 39 हजार का और ऑर्डर
कोरोना महमारी से निपटने के लिए जिला के 150 स्वयं सहायता समूह की 500 से अधिक महिलाएं विभिन्न विभागों व ग्राप पंचायतों के लिए अबतक 90 हजार कपड़े के मास्क बना चुकी हैं। इसके अलावा 136 ग्राम पंचायतों में मास्क वितरण करने के लिए पंचायत विभाग ने समूह की महिलाओं को 39 हजार और मास्क बनाने का भी ऑर्डर दिया है, जिन्हें अगले तीन दिन में बना लिया जाएगा। खास बात यह है कि ये महिलाएं नो प्रोफिट नो लॉस पर यह काम कर रही हैं।
इन 8 गांवों के किसानों को मिली सबसे बड़ी राहत
फतेहाबाद जिला के 8 गांवों में किसान गन्ने की खेती करते हैं। जिले में कोई शुगर मिल नहीं है। इस बार लॉकडाउन के चलते दूसरे राज्यों से गन्ना व्यापारियों के नहीं आने के चलते किसानों के सामने अपनी फसल बेचने का संकट पैदा हो गया था। लेकिन सरकार ने किसानों की इस चिंता को खत्म करते हुए जींद शुगर मिल से गन्ने की खरीद सुनिश्चित करवाई। इतना ही नहीं किसानों को गन्ना लेकर जींद न जाना पड़े इसके लिए गांव काजलहेड़ी में ही धर्मकांटा स्थापित करवाकर यहीं से ही खरीद सुनिश्चित करवाई गई है।
प्रवासियों के लिए बनाए शैल्टर होम, डोर-टू-डोर हो रही स्क्रीनिंग:-
लॉकडाउन के चलते जो दूसरे राज्यों के प्रवासी यहां रह रहे थे, उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न आए तथा उन्हें खाने व रहने में कोई कठिनाई न हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने खंड स्तर पर शैल्टर होम बनाए हैं। इन शैल्टर होम में रह रहे प्रवासियों के रहने तथा खाने पीने की सारी व्यवस्था ग्राम पंचायतों व जिला प्रशासन द्वारा की जा रही हैं। इसके लिए लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए स्वास्थ्य विभाग डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग करने का काम कर रहा है। इसके तहत घर-घर जाकर लोगों को चेकअप करने के लिए विभिन्न टीमों का गठन किया गया है। इसके अलावा जिला से रेंडमली 250 लोगों के सेंपल भी टेस्ट करवाए जाएंगे ताकि सामुदायिक संक्रमण न रहे।
आपात स्थिति के लिए मिल रहे मूवमेंट पास
लॉकडाउन के दौरान भी आपात स्थिति में या मेडिकल इमरजेंसी के दौरान जिले के लोगों को मूवमेंट करने में परेशानी न हो, इसके लिए सरकार की तरफ से सरल हरियाणा पोर्टल पर मूवमेंट पास की सुविधा दी जा रही है। खास बात यह है कि मूवमेंट पास लेेने के लिए किसी भी संबंधित व्यक्ति को कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है। सरल हरियाणा पोर्टल पर आवेदन करने के बाद संबंधित व्यक्ति के की मेल आईडी पर ही मूवमेंट पास भेजा जा रहा है तथा इसकी सूचना उन्हें एसएमएस के माध्यम से भी दी जा रही है।
सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं से बेहतर तालमेल से काम
जिला में सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं के साथ प्रशासन ने बहतर तालमेल स्थापित किया हुआ है। ऐसे में प्रशासन व संस्थाएं मिलकर सभी जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचा रही हैं। इतना ही नहीं सभी संस्थाओं को रोटेशन के हिसाब से प्रतिदिन भोजन बांटने के लिए एरिया दिया जा रहा है, ताकि किसी एक संस्था पर अधिक बोझ न आए। इसके अलावा जिले की कई संस्थाएं व प्रशासन जरूरमंदों तक सुखा राशन भी पहुंचा रहे हैं।

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